
Budh ast horoscope 2025: ज्योतिष में वाणी, व्यापार, तर्क-वितर्क, बुद्धि, नोटवर्किंक, कम्युनिकेशन, आदि का कारक माने जाने वाला बुध ग्रह 24 जुलाई 2025 की शाम 07:42 बजे चंद्रमा (Moon) की राशि कर्क में अस्त हो गये हैं. नवग्रहों में राजकुमार कहलाने वाले बुध मिथुन (Gemini) और कन्या (Virgo) राशि के स्वामी हैं. बुध के अस्त होने पर 12 राशियों में से किन लोगों को आर्थिक, सामाजिक और पारिवारिक निर्णय सोच-समझकर लेने होंगे और किन लोगों को करियर और कारोबार आदि में कदम-कदम पर मिलेगा सौभाग्य का साथ, आइए इससे जुड़ी भविष्यवाणी को जानी—मानी ज्योतिषविद् डॉ. दीप्ति शर्मा से जानते हैं—
मेष (Aries)
मेष राशि के लिए बुध ग्रह तीसरे और छठे भाव के स्वामी होकर चौथे स्थान में अस्त होंगे. जिसके कारण इस राशि से जुड़े लोगों के परिवार में तालमेल बिठाने में दिक्कतें आ सकती हैं. इस राशि के जातक जो प्रेम संबंध में बने हुए हैं उन्हें आत्मविश्लेषण की आवश्यकता रहेगी. बुध के अस्त होने से मेष राशि के जातकों के जीवन में उठापटक बनी रहेगी. इस दौरान इस राशि के लोगों को जीवन से जुड़े अहम निर्णय लेने से बचना चाहिए.
उपाय: बुधवार के दिन साबुत मूंग का दान करें.
वृष (Taurus)
वृष राशि में बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी होते हैं जो कुटुंब में भाई-बहन के साथ संबंधों में उदार होने की आवश्यकता को दर्शाते हैं. वृष राशि के जातको को प्रेम संबंध से जुड़े बड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं. इस दौरान इस राशि से जुड़े जातकों को त्वचा संबंधी रोग होने की आशंका बनी रहेगी.
उपाय: प्रतिदिन पूजा में दुर्गा कवच का पाठ करें.
मिथुन (Gemini)
मिथुन राशि में बुध पहले और चौथे स्थान के स्वामी होकर दूसरे स्थान में अस्त होंगे. जिसके कारण इस राशि के छात्र वर्ग का मन पढ़ाई से उचट सकता है. व्यापार में तथा व्यक्तिगत जीवन में कोई वाणी द्वारा आपको कष्ट पहुंचा सकता है. इस दौरान किसी के साथ वाद-विवाद होने की आशंका बनी रहेगी. ऐसे में अपनी वाणी और व्यवहार पर आप संयम बनाए रखने का प्रयास करें. इस राशि के लोगों को मुंह से संबंधित कष्ट जैसे छाले आदि होने की आशंका रहेगी.
उपाय: बुधवार के दिन पक्षियों को मूंग की दाल खिलाएं.
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कर्क (Cancer)
कर्क राशि में बारहवें और तीसरे घर के स्वामी बुध लग्न में द्वितीयेश के साथ अस्त हो रहे हैं. ऐसे में इस दौरान परिवार के किसी सदस्य अथवा खुद की खराब सेहत का इलाज कराने के लिए अस्पताल का चक्कर लगाना पड़ सकता है. इस दौरान आपका मन तमाम तरह की चीाजों को लेकर बेचैन रहेगा.
उपाय: बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं तथा पूजा में दुर्गा कवच का पाठ करें.
सिंह (Leo)
सिंह राशि में बुध ग्यारहवें और दूसरे भाव के स्वामी हैं जो बारहवे भाव में अब हैं. इससे इस राशि के जातकों के खर्च में बढ़ोत्तरी होगी. जिससे इनका मन खिन्न रहेगा और लोगों के साथ बातचीत के दौरान अत्यधिक क्रोध करने कारण संबंध भी बिगड़ेंगे. इस दौरान सिंह राशि के जातकों को नसों से संबंधित परेशानी हो सकती है. सिर दर्द और नेत्र विकार जैसी समस्याएं भी संभव है.
उपाय: कन्याओं को मीठे पकवान खिलाकर आशीर्वाद लें तथा उन्हें हरी वस्तुएं भेंट करें.
कन्या (Virgo)
कन्या राशि में बुध दशमेश व लग्नेश होकर एकादश भाव में अस्त हो रहा है. ऐसे में कन्या राशि के नौकरीपेशा जातकों को कार्यस्थल में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. इस दौरान आपकी उपलब्धियों में कमी आएगी. पार्टनरशिप में व्यवसाय करने वालों को इस दौरान सावधानी के साथ कदम आगे बढ़ाना होगा.
उपाय: प्रतिदिन गणेश भगवान को दूर्वा अर्पित करके पूजा करें.
तुला (Libra)
तुला राशि के जातकों के लिए नवमेश और द्वादशेश बुध इस समय दशम भाव में है. इस दौरान तुला राशि के जो जातक अपनी नौकरी में प्रमोशन अथवा इंक्रीमेंट आदि की आस लगाए हुए हैं, उन्हें अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा. इस दौरान उनके मान-सम्मान में कुछ कमी आ सकती है. तुला राशि के जातकों को इस दौरान निवेश से पहले खूब रिसर्च करने की जरूरत रहेगी. इस दौरान उन्हें लोगों के साथ सामान्य व्यवहार करने की आवश्यकता है.
उपाय: प्रतिदिन पूजा में दुर्गा कवच और श्री सूक्त का पाठ करें.
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वृश्चिक (Scorpio)
वृश्चिक राशि में बुध अष्टम और एकादश स्थान के स्वामी होकर नवम स्थानगत हैं. ऐसे में इस दौरान वृश्चिक राशि के लोगों का अपने पिता के साथ कम तालमेल बैठेगा. उनके बीच रिश्तों में तनाव आ सकता है. भाग्य का साथ न मिलने के कारण तमाम चीजों को लेकर मानसिक बेचैनी बनी रहेगी. इस दौरान आप दूसरों की बातों का गलत मतलब निकाल सकते हैं. यात्रा में दिक्कतें और रुकावट आ सकती है.
उपाय: प्रतिदिन गणपति की साधना करें तथा पक्षियों को मूंग की दाल खिलाएं.
धनु (Sagittarius)
धनु राशि के जातकों के लिए सप्तम व दशम स्थान का स्वामी अष्टम स्थानगत अस्त होकर पिता अथवा वरिष्ठ लोगों के साथ वाद-विवाद करवा सकता है. इस दौरान उच्च शिक्षा संबंधी योजना अटक सकती है. जठराग्नि या पाचन संबंधी रोग संभव है. इस दौरान धनु राशि की अपने लव पार्टनर के साथ कुछेक चीजों को लेकर गलतफहमी हो सकती है.
उपाय: प्रतिदिन तुलसी के दल या पत्ते लेकर मिश्री के साथ भगवान श्री विष्णु की पूजा करते हुए भोग लगाएं.
मकर (Capricorn)
मकर राशि के षष्ठ और नवम स्थान के स्वामी सप्तम स्थान में अस्त होकर पार्टनर के साथ वाद-विवाद का कारण बन सकते हैं. इस दौरान आपकी पार्टनरशिप अथवा विवाह संबंधों में दिक्कतें आ सकती हैं. इस दौरान पैसों के लेनदेन में खूब सावधानी बरतें. किसी प्रिय व्यक्ति के गलत व्यवहार के कारण आपके दिल को ठेस पहुंच सकती है.
कुंभ (Aquarius)
कुंभ राशि में पंचम व अष्टम भाव के स्वामी षष्ठ में अस्त हो गये हैं. ऐसे में इस राशि के जातकों को धन संबंधी निर्णय बहुत सोच-समझकर करने होंगे. यदि आप किसी कारोबार के लिए अथवा अन्य काम के लिए लोन लेने की सोच रहे हैं तो इस पर बहुत सूझबूझ के साथ निर्णय लें. इस दौरान आप अपने फैसलों को अंतिम समय में बदल सकते हैं.
मीन (Pisces)
मीन राशि में चौथे और सातवें भाव का स्वामी बुध पांचवे भाव में अस्त होने के कारण इस राशि के जातकों का मन पढ़ाई-लिखाई आदि से भटका सकता है. इस दौरान मीन राशि के जातकों को प्रेम संबंध में धोखा मिलने की आशंका बनी रहेगी. कुछ ऐसी ही तमाम तरह की आशंकाओं को लेकर इस राशि के जातकों का मन विचलित रहेगा.
उपाय: प्रतिदिन गणेश जी की पूजा दूर्वा चढ़ाकर करें तथा भगवान श्री हरि को तुलसी दल अर्पित करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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