श्रद्धालु मंगलवार को अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर चारधाम यात्रा शुरू करने के लिए तैयार हैं. ऐसे में उत्तराखंड सरकार इन हिंदू तीर्थ स्थलों की वार्षिक यात्रा के सुचारू रूप से संचालन की तैयारी कर रही है. एक सरकारी अधिकारी ने रविवार को बताया कि तीर्थयात्रियों के लिए गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट जहां अक्षय तृतिया के पावन पर मंगलवार को खुलेंगे, वहीं केदारनाथ के कपाट गुरुवार को और बद्रीनाथ के कपाट शुक्रवार को खुलेंगे.
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गढ़वाल हिमालय क्षेत्र की बर्फ से ढकी चार धाम की ओर जाने वाली सड़कों से बर्फ हटाई जा चुकी है और क्षतिग्रस्त संरचनाओं के पुर्ननिर्माण का काम जारी है. बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन लाल थपलियाल ने कहा, "केदारनाथ मंदिर परिसर के आसपास अभी भी भारी बर्फबारी जारी है. लेकिन, धाम की ओर जाने वाले मार्ग पर से बर्फ हटाई जा चुकी है."
थपलियाल ने कहा कि सभी प्रमुख निर्माण कार्य जैसे कि चार धाम की ओर जाने वाली सड़कों पर कटाई का काम तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए रोक दिए गए हैं, जो विभिन्न प्रकार के वाहनों से आते हैं.
उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री धाम की ओर जाने वाली सड़क पर अभी भी मंदिर को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण पुल की मरम्मत का काम चल रहा है. उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट आशीष चौहान ने कहा, "हमें उम्मीद है कि 7 मई तक सभी पुर्ननिर्माण कार्य पूरे हो जाएंगे."
पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने शनिवार को तीर्थयात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए पुलिस के आला अधिकारियों की एक बैठक की.
उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में सभी महत्वपूर्ण पड़ावों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा.
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