नई दिल्ली:
दिल्ली सरकार ऑड-ईवन फॉर्मूले को एक बार फिर लागू करना चाहती है, लेकिन उसके सामने दो मूल सवाल हैं, जिनके जवाब मिलने तक वह आगे नहीं बढ़ सकती।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में सोमवार को समीक्षा बैठक हुई, जिसके बाद परिवहन मंत्री गोपाल राय ने बताया कि सभी विभाग इस बात के पक्ष में हैं कि ऑड-ईवन को दिल्ली में दोबारा लागू कराया जाए, लेकिन इससे पहले दो गंभीर मुद्दों की समीक्षा करनी होगी और इसके बारे में जानकार अपनी राय देंगे।
1. स्कूलों में पढ़ाई का क्या होगा - दिल्ली में 1-15 जनवरी तक जब ऑड-ईवन लागू रहा, तो इस दौरान स्कूल बंद थे। सड़क पर ट्रैफिक भी कम था और स्कूल की बसें आम लोगों के लिए चल रही थीं। लेकिन इस फॉर्मूले को दोबारा लागू कराते समय ऐसा नहीं हो पाएगा, इसलिए स्कूल के बच्चों को लाने ले जाने का क्या इंतजाम होगा, इस सवाल का जवाब जरूरी है।
2. कुछ लोग दूसरी गाड़ी भी खरीद सकते हैं - ऐसा देखा गया है कि कई देशों में ऑड-ईवन लागू होने पर लोगों ने दूसरी गाड़ी खरीदकर इस नियम का तोड़ निकाल लिया और इससे प्रदूषण घटने के स्थान पर बढ़ गया। ऐसा ही कहीं दिल्ली में भी न हो जाए, क्योंकि लोगों में इसकी चर्चा तभी से चल रही है, जब से ऑड-ईवन की बात शुरू हुई।
अगर लोग दूसरी गाड़ियां खरीदने लगे, तो ऑड-ईवन मजाक बन जाएगा। 15 दिन में तो लोगों ने दूसरी गाड़ी खरीदने के बारे में नहीं सोचा, लेकिन अगर लंबे समय के लिए इसको लागू किया गया, तो संभव है कि लोग ऐसा कदम उठाने लगे। अब अलग-अलग जानकार और विभाग इन मुद्दों की समीक्षा करेंगे और अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे, जिसके आधार पर सरकार आगे कदम उठाएगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में सोमवार को समीक्षा बैठक हुई, जिसके बाद परिवहन मंत्री गोपाल राय ने बताया कि सभी विभाग इस बात के पक्ष में हैं कि ऑड-ईवन को दिल्ली में दोबारा लागू कराया जाए, लेकिन इससे पहले दो गंभीर मुद्दों की समीक्षा करनी होगी और इसके बारे में जानकार अपनी राय देंगे।
1. स्कूलों में पढ़ाई का क्या होगा - दिल्ली में 1-15 जनवरी तक जब ऑड-ईवन लागू रहा, तो इस दौरान स्कूल बंद थे। सड़क पर ट्रैफिक भी कम था और स्कूल की बसें आम लोगों के लिए चल रही थीं। लेकिन इस फॉर्मूले को दोबारा लागू कराते समय ऐसा नहीं हो पाएगा, इसलिए स्कूल के बच्चों को लाने ले जाने का क्या इंतजाम होगा, इस सवाल का जवाब जरूरी है।
2. कुछ लोग दूसरी गाड़ी भी खरीद सकते हैं - ऐसा देखा गया है कि कई देशों में ऑड-ईवन लागू होने पर लोगों ने दूसरी गाड़ी खरीदकर इस नियम का तोड़ निकाल लिया और इससे प्रदूषण घटने के स्थान पर बढ़ गया। ऐसा ही कहीं दिल्ली में भी न हो जाए, क्योंकि लोगों में इसकी चर्चा तभी से चल रही है, जब से ऑड-ईवन की बात शुरू हुई।
अगर लोग दूसरी गाड़ियां खरीदने लगे, तो ऑड-ईवन मजाक बन जाएगा। 15 दिन में तो लोगों ने दूसरी गाड़ी खरीदने के बारे में नहीं सोचा, लेकिन अगर लंबे समय के लिए इसको लागू किया गया, तो संभव है कि लोग ऐसा कदम उठाने लगे। अब अलग-अलग जानकार और विभाग इन मुद्दों की समीक्षा करेंगे और अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे, जिसके आधार पर सरकार आगे कदम उठाएगी।
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