- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जनसुनवाई के दौरान हुए हमले पर खुलकर की बात
- हमले के बाद भी दिल्ली की जनता से दूर नहीं हुई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता
- सीएम रेखा गुप्ता ने अपने राजनीतिक सफर से लेकर कई मुद्दों पर बात की
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने एनडीटीवी संग खास बातचीत की. इस बातचीत में उन्होंने न सिर्फ अपने राजनीतिक सफर पर बात की, बल्कि उस घटना पर भी खुलकर बात की. जिसमें जनसुनवाई के दौरान उन पर हमला हुआ था. रेखा गुप्ता टेबल के पीछे बैठकर नहीं, बल्कि जनता के सामने खड़े होकर उनकी समस्याएं सुनती हैं. ऐसे ही लोगों की समस्याओं को सुनते हुए जब उन पर अचानक से हमला हुआ तो वो बुरी तरह सहम गई. इस मुद्दे पर दिल्ली सीएम ने बात की और भी कई अलग-अलग मुद्दों पर क्या कुछ कहा, जानें-
जनसुनवाई में हमला, फिर भी जनता से दूरी नहीं चाहतीं सीएम
दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि मैंने कभी सिक्योरिटी को उस तरीके से सीरियसली लिया नहीं, जबकि सिक्योरिटी बार-बार कहती है कि आप डिस्टेंस बनाइए उस दिन भी ऐसा ही हुआ. उस दिन मैं जनसुनवाई कर रही थी. हजारों लोग उसमें आते हैं और उनकी चेकिंग भी नहीं हो रही है. लोग तो ऐसे ही मिलने भी आ जाते हैं. मैं उस दिन टेबल के सामने खड़ी हुई थी जो मेरी आदत है. मैं कभी टेबल के पीछे बैठकर के पब्लिक डीलिंग नहीं करती थी क्योंकि मुझे बुरा लगता था. कोई बुजुर्ग है, खड़ा है. आप उसके सामने बैठकर के उसे अटेंड करो. मुझे अच्छा नहीं लगता था तो मैं हमेशा खड़ी होकर के बिल्कुल सामने से व्यक्ति मुझे अप्रोच करता था, अपना कागज देखता था तो मैं अटेंड करती थी.
मैं अपनी जनता को नजरअंदाज नहीं कर सकती
सीएम ने कहा कि उस दिन जो हुआ, उससे समझ में आ गया कि भाई सिक्योरिटी की बात भी सुनना जरूरी है और आप थोड़ा सा डिस्टेंस मेंटेन करके रखिए. बीच-बीच में आपको सरफिरे लोग और जिनका कोई सर पैर नहीं है, वो भी मिल जाते हैं परंतु इसका कारण यह मैं नहीं कह सकती कि मैं जनता से दूर हो जाऊं. मुझे जनता के बीच रहना है. जनता के बीच में काम करना है और जनता की सीएम बनके ही चलना है. बुरा लगता है, खासकर जब आप लोगों के बीच में उनके लिए काम कर रहे हों. उनकी जनसेवा की तो ऐसा एक व्यक्ति जो कि आपके स्टेट का भी नहीं है, जिसका क्रिमिनल बैकग्राउंड है और वो आकर के आपसे बदतमीजी करे, जाहिर सी बात है कि बुरा लगता है. मगर सिर्फ उसके कारण मैं अपनी ढ़ाई करोड़ दिल्ली की जनता को किसी हाल नजरअंदाज नहीं कर सकती.
दिल्ली यूनिवर्सिटी के चुनाव पर क्या बोलीं सीएम
दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि एबीवीपी मेरी पेरेंट ऑर्गेनाइजेशन है और जहां से मेरी शुरुआत हुई. देश और समाज के लिए और 3 पदाधिकारी जीते हैं. मैं तो उनको बधाई देती हूं और चाहूंगी कि बच्चों के लिए इस यूनिवर्सिटी के लिए स्टूडेंट के लिए अच्छा काम करें. जहां अपनी इस मुख्यमंत्री की जरूरत है वो उनके साथ खड़ी है.
राहुल के ईवीएम हैकिंग के आरोपों पर दिया जवाब
दिल्ली सीएम ने कहा कि अगर वो जीते तो जनता का आदेश और हम जीत गए तो ईवीएम हैक. ये फार्मूला कौन सी किताब में लिखा है. मुझे कोई बताएगा कि राहुल गांधी ने पढ़ाई कहां से की है. मतलब एक परसेप्शन क्रिएट करना, देश की भोली-भाली जनता को गुमराह करना, उसके अलावा उन्हें कुछ और आता है. डूसू चुनाव से पता चल गया कि कितने युवा उनके साथ है. जेन जी ने जवाब दे दिया है. उनके उंगली उठाने से चुनाव आयोग, प्रशासन, कोर्ट हर व्यक्ति कटघरे में आ जाएगा क्योंकि आपको लगता है कि आपको सूट नहीं कर रहा या यह कहें कि आपको जनता चाहती नहीं है. उसका इल्जाम आप किसी पर भी लगाइए. जनता का आशीर्वाद मोदी जी के साथ है और हमेशा रहेगा.
भगंवत मान और आप को पंजाब संभालना चाहिए
भगवंत मान जी को पंजाब को संभालना चाहिए. जब आपका राज्य बाढ़ में डूबा तो आप जाकर हॉस्पिटल में एडमिट हो गए. केजरीवाल दिल्ली लौट आए. पंजाब में बाढ़ आई और वहां के लोग त्रस्त है. कहां गए वो सारे मुख्यमंत्री? कहां गए वो केजरीवाल साहब जो इतने बड़े-बड़े बंगले लेकर के पंजाब में रह रहे हैं. उनके प्लेन में घूमते हैं. प्राइवेट सरकारी प्लेन वो यूज़ करते हैं. सरकारी फैसिलिटी वो यूज़ करते हैं. जनता के बीच में दुख आया तो एक बार दिखाई नहीं दिए. केवल मीडिया में दिखते हैं और सोशल मीडिया पर दिखते हैं. दिल्ली के बारे में बोलते हैं. दिल्ली में 2023 में जब आपके समय में बाढ़ आई थी, तो पूरी दिल्ली डूब गई थी. एक आईटीओ बैराज का खुला नहीं था क्योंकि कभी सफाई नहीं हुई नालों की. पंजाब में लोग मर रहे हैं. वहां कोई आपका नेता दिखाई नहीं देता. यह पंजाब की जनता है जो देश की अन्नदाता है. उसको देख कर के मोदी जी ने वहां खड़े होकर के वो मदद पहुंचाई. पूरे देश ने भी मदद की.
महिलाओं को सबसे ज्यादा मौके बीजेपी ने दिए
महिलाओं को सबसे ज्यादा मौका यदि कोई पॉलिटिकल पार्टी देती है तो वो भारतीय जनता पार्टी है और यह मैं इसलिए नहीं कह रही कि मैं भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हूं. मैं इस एक आम महिला के नाते कह रही हूं. कौन बना रहा था मुख्यमंत्री? भाई इंदिरा गांधी जी रही प्रधानमंत्री, उनके मंत्रिमंडल में एक महिला नहीं थी. कभी उन्होंने अपने अलावा किसी और को डेवलप नहीं होने दिया. आम आदमी पार्टी में तो महिलाओं के साथ क्या-क्या नहीं हुआ. वहां तो महिला कल्याण एवं बाल विकास भी पुरुष देखते थे. उनके यहां स्वाति मालीवाल जैसी महिला जो एक्टिव थी उसको घर बुला के पीटा गया, उनके सारे विधायकों पर महिलाओं के खिलाफ कुछ ना कुछ केस दर्ज था. एक पार्टी जो सच में महिलाओं का सम्मान करती है वो बीजेपी है. जो कि राष्ट्रपति से लेकर के राज्य की मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री जैसी इंपॉर्टेंट पोस्ट और काम महिलाओं को देती है. देश की आधी आबादी की चिंता करते हैं. मोदी जी के अलावा किस नेता ने किया?
पीएम मोदी किसी संत की तरह
पीएम साहब की जो शख्सियत है, वो कमाल है. मुझे ऐसा लगता है कि वो एक राजनेता होने के साथ-साथ जैसे कोई संत हो. मतलब इतने डाउन टू अर्थ उनकी बातचीत, उनका काम जब उनके साथ बैठो तो कई बार ऐसा लगता है कि जैसे बहुत ही मजबूत. उनके डिसीजन, उनकी फर्मनेस, उनका विज़न हर चीज आपको इतना इंस्पायर करती है. कम से कम उस शख्सियत को देख के यह एहसास जरूर होता है कि हमें यह मौका जो मिला है अपने देश के प्रति काम करने का और अपनी जिम्मेवारी निभाने का, इसको मैं जरूर मन से निभाऊं.
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