
प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
दिल्ली में इस मौसम में वायु की गुणवत्ता धुंध की खराब दशा के बीच 'बेहद खराब' श्रेणी में चली गई है। दृश्यता में मामूली सुधार के बावजूद राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक ने कुछ इलाकों में प्रदूषकों का 'गंभीर' स्तर दर्ज किया है।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की रीडिंग के अनुसार सस्पेंडेड पीएम 2.5 और पीएम 10 के साथ पर्टिकुलेट मैटर के स्तर 60 और 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर की सुरक्षित सीमा से कहीं ज्यादा हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक बीपी यादव के अनुसार अगले कुछ दिनों में कम दृश्यता की दशाएं बनीं रहने की संभावना है। आज अधिकतम दृश्यता 1500 मीटर और न्यूनतम 200 मीटर तक थी। कल दृश्यता मुश्किल से 800 मीटर थी और सुबह घने कोहरे के बीच दृश्यता 150 से 200 मीटर थी।
शहर के दिल्ली विश्वविद्यालय, धीरपुर, मथुरा रोड, पूसा रोड में स्थित सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के निगरानी केंद्रों ने 300 से ऊपर पीएम 2.5 और 200 से ऊपर पीएम 10 का वायु गुणवत्ता सूचकांक मापा जिसे ‘बेहद खराब’ माना जाता है। शहर के आनंद विहार, मंदिर मार्ग, आरके पुरम, पंजाबी बाग में प्रदूषण के लिहाज से खराब स्थिति देखी गई।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की रीडिंग के अनुसार सस्पेंडेड पीएम 2.5 और पीएम 10 के साथ पर्टिकुलेट मैटर के स्तर 60 और 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर की सुरक्षित सीमा से कहीं ज्यादा हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक बीपी यादव के अनुसार अगले कुछ दिनों में कम दृश्यता की दशाएं बनीं रहने की संभावना है। आज अधिकतम दृश्यता 1500 मीटर और न्यूनतम 200 मीटर तक थी। कल दृश्यता मुश्किल से 800 मीटर थी और सुबह घने कोहरे के बीच दृश्यता 150 से 200 मीटर थी।
शहर के दिल्ली विश्वविद्यालय, धीरपुर, मथुरा रोड, पूसा रोड में स्थित सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के निगरानी केंद्रों ने 300 से ऊपर पीएम 2.5 और 200 से ऊपर पीएम 10 का वायु गुणवत्ता सूचकांक मापा जिसे ‘बेहद खराब’ माना जाता है। शहर के आनंद विहार, मंदिर मार्ग, आरके पुरम, पंजाबी बाग में प्रदूषण के लिहाज से खराब स्थिति देखी गई।
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