दक्षिण पूर्वी दिल्ली में स्थित जैतपुर के हरिनगर क्षेत्र में रहने वाले एक वृद्ध दंपति की दम घुटने से मौत हो गई और उनका 14 वर्षीय पोता झुलस गया. पुलिस ने बताया कि दंपति ने ठंड से बचने के लिए बिस्तर के पास कोयले की जलती हुई अंगीठी रखी थी जिसके कारण यह हादसा हुआ. मृतक बाबू लाल और अशरफी अपने बेटे और उसके परिवार के साथ रहते थे. मृतक का पोता लोकेश बुधवार रात उनके साथ सोया था. गुरुवार की सुबह जब महेश ने उन्हें उठाया तो बाबूलाल और अशरफी को अचेत अवस्था में पाया गया.
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परिजनों ने बताया कि सांस के साथ कार्बन मोनोऑक्साइड भीतर लेने के कारण उनके शरीर का रंग फीका पड़ गया था. उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने दंपति को मृत घोषित कर दिया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बेहोश होकर अंगीठी पर गिरने के कारण लोकेश के शरीर पर जलने के घाव हैं.
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गौरतलब है कि ठंड के मौसम में अंगीठी को बंद कमरें में जलाने के कारण कई बार इस तरह की घटनाए हो जाती है. अंगीठी जलने से कमरे में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है और लोगों की दम घुटने से मौत हो जाती है.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं