दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे शातिर गैंग के 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो चोरी के मोबाइल से एप बेस्ड टैक्सी बुक करते थे और फिर कैब ड्राइवर को बंधक बनाकर लूटते थे. इसके बाद उसी कैब से फिर लूटपाट करते थे. हाईवे के लुटेरों के इस गैंग का नाम हाशिम गैंग है. पकड़े गए आरोपियों का नाम हाशिम ,सत्यवीर पांडे, सचिन पासवान और माजिद सलमानी हैं. सभी को एक सूचना के बाद क्राइम ब्रांच ने आईएसबीटी कश्मीरी गेट से गिरफ्तार किया. वहीं क्राइम ब्रांच के डीसीपी राम गोपाल नाइक के मुताबिक 1 नंवबर को गैंग के लोगों ने आईएसबीटी से नोएडा सेक्टर 126 जाने के लिए करीब 7:30 बजे ओला कैब बुक की,लेकिन नोएडा पहुंचकर उन्होंने कैब ड्राइवर से मारपीट कर उसका मोबाइल और पैसे छीन लिए.
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नाइक ने बताया कि उसके बाद वे ड्राइवर के हाथ पैर बांधकर उसी की कैब से अपने घर लोनी में ले गए. कैब ड्राइवर को नशा देकर बेहोश कर दिया गया. इसके बाद बदमाश कैब लेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे. गैंग का एक बदमाश कैब ड्राइवर बन गया और देर रात उन्होंने ओला एप से आई एक बुकिंग को स्वीकार कर लिया. ये बुकिंग नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से दिल्ली एयरपोर्ट जाने के लिए थी. बदमाशों ने कैब में पुणे के एक कारोबारी और उसके बेटे को बैठाया जो आगरा से आए थे और पुणे वापस जा रहे थे.
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उन्होंने आगे बताया कि इस कैब के पीछे एक दूसरी कैब में गैंग के 3 बदमाश पीछे लग गए. पहले से तय प्लानिंग के मुताबिक कैब में कारोबारी और उसके बेटे को बांधक बना लिया और उनसे कैश, मोबाइल, लैपटॉप और क्रेडिट कार्ड छीन लिया. इसके बाद गैंग के लोग करोबारी और उसके बेटे को अपने घर लोनी ले गए और वहां पिस्टल की बट से बुरी तरह पीटा. उन्होंने कारोबारी और उसके बेटे के क्रेडिट और डेबिट कार्ड का पिन पूछकर उससे 1 लाख 60 हज़ार रुपये निकाले. इसके करीब 24 घण्टे बाद बदमाश कारोबारी और उसके बेटे को आईएसबीटी कश्मीरी गेट के पास फेंक गए. कारोबारी ने किसी तरह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचकर केस दर्ज कराया. अगले दिन मेरठ में वह कैब ड्राइवर भी कैब में बेहोशी की हालत में मिला जिसे इस गैंग ने पहले लूटा था. उसने भी दिल्ली के पटपड़गंज थाने में केस दर्ज कराया था.
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पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया सत्यवीर पांडे अपने पड़ोस में रहने वाले एक शख्स की एप बेस्ड कैब चलाता रहा है इसलिए उसे ऐसी कैब के चलाने की पूरी जानकारी है. ये लोग इस तरह से कैब बुक कर लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे थे. सभी के खिलाफ लूट के कई मामले दर्ज हैं.
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