
प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली के राजौरी गार्डन विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है. फिलहाल पोलिंग बूथ पर वही वोटर दिख रहे हैं जो मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. रविवार को इसके देश के 9 राज्यों की एक लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं. उपचुनाव के नतीजे 13 अप्रैल को आएंगे. लोग राष्ट्रीय राजधानी में इसी महीने होने वाले निकाय चुनाव से ठीक पहले हो रहे इस उप चुनाव को सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) की लोकप्रियता, कांग्रेस की वापसी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सम्मान की पूर्व परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है.
इस सीट से जीते आप विधायक जरनैल सिंह के हाल ही में पंजाब विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के लंबी विधानसभा सीट से लड़ने के लिए पद से इस्तीफा देने के चलते यह सीट रिक्त हुई है. आप ने उप चुनाव में हरजीत सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. मनिंदर सिंह सिरसा भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के संयुक्त प्रत्याशी होंगे, जबकि कांग्रेस ने मीनाक्षी चंदेला को खड़ा किया है.
इस उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. हाल ही में यहां पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने रोड-शो करके कांग्रेस के उम्मीदवार का प्रचार किया था. हालांकि यह केवल एक उप चुनाव है लेकिन कांग्रेस को लगता है कि अगर उसने यह एक विधानसभा सीट जीत ली तो इससे दिल्ली में अपनी वापसी का संदेश दे सकेगी. यही कारण है कि पार्टी इस सीट पर पूरी ताकत लगा चूकी है.
बता दें, राजौरी गार्डन सिख-पंजाबी बहुल सीट है, जहां रविवार को वोट डाले जाएंगे. चुनाव के नतीजे 13 अप्रैल को आएंगे. इसका सीधा मनोवैज्ञानिक असर 23 अप्रैल को होने वाले नगर निगम चुनाव पर पड़ सकता है.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
इस सीट से जीते आप विधायक जरनैल सिंह के हाल ही में पंजाब विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के लंबी विधानसभा सीट से लड़ने के लिए पद से इस्तीफा देने के चलते यह सीट रिक्त हुई है. आप ने उप चुनाव में हरजीत सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. मनिंदर सिंह सिरसा भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के संयुक्त प्रत्याशी होंगे, जबकि कांग्रेस ने मीनाक्षी चंदेला को खड़ा किया है.
इस उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. हाल ही में यहां पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने रोड-शो करके कांग्रेस के उम्मीदवार का प्रचार किया था. हालांकि यह केवल एक उप चुनाव है लेकिन कांग्रेस को लगता है कि अगर उसने यह एक विधानसभा सीट जीत ली तो इससे दिल्ली में अपनी वापसी का संदेश दे सकेगी. यही कारण है कि पार्टी इस सीट पर पूरी ताकत लगा चूकी है.
बता दें, राजौरी गार्डन सिख-पंजाबी बहुल सीट है, जहां रविवार को वोट डाले जाएंगे. चुनाव के नतीजे 13 अप्रैल को आएंगे. इसका सीधा मनोवैज्ञानिक असर 23 अप्रैल को होने वाले नगर निगम चुनाव पर पड़ सकता है.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
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