राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार को तेज हवा चलने के कारण वायु गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ. हालांकि वायु गुणवत्ता में सुधार होने के बाद भी इसकी ‘खराब' स्थिति लगातार बनी हुई है. दिल्ली के आस पास के शहरों में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार देखा गया और कुछ शहरों में यह सूचकांक ‘मध्यम' श्रेणी का दर्ज किया गया. दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अगले दो दिन तक वायु गुणवत्ता सूचकांक के लगातार ‘खराब' से ‘मध्यम' में बने रहने की आशंका है. चार बजे शाम तक दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक 215 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है.
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वहीं राजधानी के आस-पास के शहरों फरीदाबाद का सूचकांक 197 (मध्यम), गाजियाबाद 218 (खराब), ग्रेटर नोएडा 202 (खराब), नोएडा 203 (खराब) गुड़गांव 136 (मध्यम) दर्ज किया गया है. शनिवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 357 दर्ज किया गया था, जो ‘बहुत खराब' श्रेणी में आता है.
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बता दें, वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 0-50 के बीच ‘अच्छा', 51-100 के बीच ‘संतोषजनक', 101-200 के बीच ‘मध्यम', 201-300 के बीच ‘खराब', 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब', 401-500 के बीच ‘गंभीर' और 500 के पार ‘बेहद गंभीर एवं आपात' माना जाता है. विशेषज्ञों ने बताया कि प्रदूषण के स्तर में वृद्धि को हवा की गति में गिरावट आ सकती है. उन्होंने कहा कि पराली जलाए जाने से निकलने वाले धुएं के बढ़ने की आशंका है, जिससे दिल्ली में अगले दो दिनों में हवा की गति में गिरावट आ सकती है. सरकार की वायु गुणवत्ता निगरानी सेवा ‘सफर' के अनुसार शहर में 25 प्रतिशत प्रदूषण पराली के जलने की वजह से है.
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं