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This Article is From Nov 02, 2017

दिल्‍ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर अब सुरक्षा जांच में लगेगा कम समय

दिल्ली हवाईअड्डा का परिचालन करने वाली कंपनी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. ने स्वचालित ट्रे वापसी प्रणाली (एटीआरएस) तीन महीने तक परीक्षण करने के बाद अब इसे टर्मिनल 3 (टी-3) पर शुरू कर दिया है.

दिल्‍ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर अब सुरक्षा जांच में लगेगा कम समय
नई दिल्‍ली: दिल्ली हवाईअड्डे पर सुरक्षा जांच में अब कम समय लगेगा. हवाईअड्डे पर एक नयी प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा रहा है जिससे यात्री सामान के एक्सरे-स्कैन के लिये उपयोग होने वाले ‘ट्रे’ खुद से वापस आ जाएंगे. दिल्ली हवाईअड्डा का परिचालन करने वाली कंपनी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. ने स्वचालित ट्रे वापसी प्रणाली (एटीआरएस) तीन महीने तक परीक्षण करने के बाद अब इसे टर्मिनल 3 (टी-3) पर शुरू कर दिया है.

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा टर्मिनल तीन से अंतरराष्‍ट्रीय एवं घरेलू उड़ानों का परिचालन होता है. नई प्रणाली में कई अन्य सुविधाएं भी हैं जिसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफआईडी) के जरिये ट्रे पर नजर, स्वचालित तरीके से उसे मंजूरी और खारिज करना शामिल हैं.

हवाईअड्डा के एक अधिकारी के अनुसार एटीआरएस दोगुनी संख्या में यात्रियों को सेवा देने में सक्षम है. अभी 180 यात्री प्रति घंटे सेवा दी जा सकती है लेकिन इसके जरिये यह संख्या बढ़कर 350 यात्री प्रति घंटा हो जाएगी. डीआईएएल (दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि.) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी आई प्रभाकर राव ने कहा, ‘इस प्रणाली से यात्रियों को सामान की जांच में लगने वाले समय में उल्लेखनीय कमी आएगी. साथ ही सुरक्षा जांच क्षेत्र में अफरा-तफरी तथा भ्रम की स्थिति नहीं होगी.’

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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