- दिल्ली-एनसीआर में रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक कई इलाकों में बेहद खराब और गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया
- वजीरपुर में एक्यूआई स्तर 424, बवाना में 424 और विवेक विहार में 415 तक पहुंच गया है जो अत्यंत चिंताजनक है
- मॉनिटरिंग स्टेशन के पास एंटी स्मॉग गन से पानी का छिड़काव करने के बावजूद आसपास में प्रदूषण कम नहीं हुआ
दिल्ली-एनसीआर रविवार को धुंध की मोटी चादर में लिपटा रहा और शहर के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'बेहद खराब' श्रेणी में पहुंच गया. कुछ इलाकों में स्थिति और बिगड़ गई, जहां एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, 24 घंटे का औसत एक्यूआई 361 रहा.हालांकि, ताजा आंकड़ों से पता चला है कि 24 मॉनिटरिंग स्टेशनों ने एक्यूआई का स्तर 400 से ऊपर दर्ज किया, जो इस मौसम में अब तक का सबसे अधिक है.वजीरपुर में एक्यूआई 424, बवाना में 424 और विवेक विहार में 415 बना हुआ है.
NDTV ग्राउंड रियलिटी चेक
रोहिणी में NDTV की टीम ने ग्राउंड रियलिटी चेक को लगा कि लोगों को इसका कोई फ़र्क़ ही नहीं पड़ता. रोहिणी के Japanese Park में हज़ारों लोग मिले. कुछ मॉर्निंग वाक करने आए थे, कुछ फुटबॉल प्रैक्टिस के लिए, कुछ बुजुर्ग भी थे. NDTV की टीम वजीरपुर में बने एयर पोल्युशन मॉनिटरिंग स्टेशन के पास पहुंची तो देखा कि स्टेशन के इर्द-गिर्द लगातार एमसीडी की एंटी स्मॉग गन पानी का छिड़काव कर रही थीं, जिसके बाद 426 से 244 AQI आ गया. हालांकि, मज़े की बात है यहां से 300 मीटर की दूरी पर खड़ें लोगों का कहना है कि सिर्फ़ मॉनिटरिंग स्टेशन के पास पानी का छिड़काव कर एंटी स्मॉग गन निकल जाती है. अन्य इलाकों में नहीं जाती. ग्राउंड रियलिटी में सड़क एक तरफ़ भीगी दिखी तो तीन सौ मीटर पर सड़क धूल भरी मिली. मॉनिटरिंग स्टेशन के ठीक नीचे जो पेड़ पौधे हैं, वहां पत्तों पर धूल ही धूल है. हाथ लगाकर देखने पर हाथ ही मैला हो गया.

दिल्ली के अलावा अन्य जगहों का हाल
रोहिणी में एक्यूआई 435, नेहरू नगर में 426, बवाना में 426 और आरके पुरम में 422 पर दर्ज किया गया.सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में दिल्ली का आईटीओ इलाका है, जहां एक्यूआई 498 तक पहुंच गया. दिल्ली के अलावा एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में भी वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है. नोएडा में औसत एक्यूआई 391, ग्रेटर नोएडा में 366, गाजियाबाद में 387 और गुरुग्राम में 252 दर्ज किया गया.
हालांकि, शनिवार के मुकाबले रविवार को स्थिति में सुधार देखा गया है. शनिवार को, सीपीसीबी ने दिल्ली को भारत का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया.एनसीआर के पड़ोसी शहरों में भी यही स्थिति रही, जहां नोएडा में एक्यूआई 354, ग्रेटर नोएडा में 336 और गाजियाबाद में 339 दर्ज किया गया.
वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, अगले सात दिनों तक न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.फिलहाल, सुबह और शाम की ठंडी हवाएं सर्दी को और बढ़ा रही हैं.हालांकि, बारिश की उम्मीद नहीं है और मौसम कोहरा बना रहने की संभावना है. आईएमडी ने कहा कि प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति गिरते तापमान से जुड़ी है, जिससे हवा भारी हो जाती है और हवा की गति कम हो जाती है, जिससे प्रदूषक सतह के पास जमे रहते हैं.इसी कारण कोहरे और धुंध का मिश्रण घना बना रहता है.आईएमडी के अनुसार, निर्माण गतिविधियां और वाहनों से निकलने वाला धुआं भी वायु प्रदूषण बढ़ने के प्रमुख कारणों में शामिल हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं