दिल्ली में सीलिंग का विरोध जारी है (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दिल्ली में लगातर हो रही सीलिंग के विरोध में अपने आंदोलन को तेज करते हुए दिल्ली को सीलिंग से बचाने के लिए संसद एवं दिल्ली विधानसभा में तुरंत मोरेटोरियम बिल लाने की मांग को लेकर लगभग 3000 से अधिक छोटे-बड़े व्यापारी संगठन आगामी 28 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली करेंगे. इस रैली में दिल्ली लाखों व्यापारी, कर्मचारी एवं उनके परिवार के लोग शामिल होंगे.
कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने यह बताते हुए कहा कि महारैली पूर्ण रूप से गैर राजनैतिक होगी और किसी भी राजनितिक दल को रैली में नहीं बुलाया जाएगा. बल्कि रैली में शामिल व्यापारी एक स्वर से केंद्र एवं दिल्ली सरकार से सीलिंग को रोकने की पुरजोर मांग करेंगे. रैली की तैयारियों के लिए कैट ने आगामी 20 मार्च को दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में व्यापारी संगठनों की एक मीटिंग बुलाई है जिसमें रैली को सफल बनाने की रणनीति की घोषणा होगी.
खंडेलवाल ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बीते वर्षों के निर्माणों एवं उपयोग पर कार्यवाई करने की बजाय वर्तमान में हो रहे और भविष्य में होने वाले अवैध निर्माणों को सबसे पहले रोका जाना जरूरी है. इस दृष्टि से सरकार को एक अध्यादेश अथवा बिल लाकर सीलिंग पर कम से कम एक वर्ष के लिए रोक लगानी चाहिए. साथ ही दिल्ली को किस तरह से बेहतर बनाया जाए और समस्याओं से कैसे निपटा जाए, इस पर विस्तृत अध्यन के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की जाए जिसमें अधिकारीयों के अलावा व्यापारियों के प्रतिनिधि भी शामिल हों.
खंडेलवाल ने यह भी कहा कि अब जबकि दिल्ली का नया मास्टर प्लान वर्ष 2021 में लागू होगा और जिसको बनाने के लिए सरकार द्वारा काम भी शुरू हो चुका है, को बेहतर बनाने के लिए भी सीलिंग पर रोक लगाकर विकास की योजनाओं पर सभी वर्गों से गंभीर चर्चा हो.
VIDEO: दिल्ली में सीलिंग के खिलाफ व्यापारियों का विरोध जारी
कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने यह बताते हुए कहा कि महारैली पूर्ण रूप से गैर राजनैतिक होगी और किसी भी राजनितिक दल को रैली में नहीं बुलाया जाएगा. बल्कि रैली में शामिल व्यापारी एक स्वर से केंद्र एवं दिल्ली सरकार से सीलिंग को रोकने की पुरजोर मांग करेंगे. रैली की तैयारियों के लिए कैट ने आगामी 20 मार्च को दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में व्यापारी संगठनों की एक मीटिंग बुलाई है जिसमें रैली को सफल बनाने की रणनीति की घोषणा होगी.
खंडेलवाल ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बीते वर्षों के निर्माणों एवं उपयोग पर कार्यवाई करने की बजाय वर्तमान में हो रहे और भविष्य में होने वाले अवैध निर्माणों को सबसे पहले रोका जाना जरूरी है. इस दृष्टि से सरकार को एक अध्यादेश अथवा बिल लाकर सीलिंग पर कम से कम एक वर्ष के लिए रोक लगानी चाहिए. साथ ही दिल्ली को किस तरह से बेहतर बनाया जाए और समस्याओं से कैसे निपटा जाए, इस पर विस्तृत अध्यन के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की जाए जिसमें अधिकारीयों के अलावा व्यापारियों के प्रतिनिधि भी शामिल हों.
खंडेलवाल ने यह भी कहा कि अब जबकि दिल्ली का नया मास्टर प्लान वर्ष 2021 में लागू होगा और जिसको बनाने के लिए सरकार द्वारा काम भी शुरू हो चुका है, को बेहतर बनाने के लिए भी सीलिंग पर रोक लगाकर विकास की योजनाओं पर सभी वर्गों से गंभीर चर्चा हो.
VIDEO: दिल्ली में सीलिंग के खिलाफ व्यापारियों का विरोध जारी
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