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जामिया मिल्लिया इस्लामिया न्यू पेंशन स्कीम लागू करने में अव्वल है.
नई दिल्ली:
पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीएद्ध) ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया को देश की कुल 557 केन्द्रीय स्वायत्त इकाइयों में न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएसद्ध) को लागू करने और उसकी प्रभावकारी निगरानी के मामले में पहला स्थान दिया है. पीएफआरडीएद्ध ने कहा कि एनपीएस के पांच महत्वपूर्ण निगरानी नियामकों में जामिया मिल्लिया इस्लामिया अव्वल है. इनमें एनएसडीएल से समय पर पंजीकरण कराना, समय रहते पे डिडक्शन, समय रहते एनएसडीएल की वेब्साइट पर त्रुटि रहित अपलोड कराना, सात दिनों के भीतर माहवार पेंशन संबंधी जानकारी देना आदि शामिल है. जेएमआई के इस प्रदर्शन को देखते हुए एनपीएस को लागू करने संबंधी एक सम्मेलन में इस विश्वविद्यालय की एक तीन सदस्यी टीम को यह पेश करने के लिए आमंत्रित किया गया कि वह इन नियामकों को कैसे इतनी सफलता से लागू कर रहा है. इस तीन सदस्यी टीम में जेएमआई फाइनेंस ऑफिस की ओर से नूरूल हसन (सहायक रजिस्ट्रार), अहमद वजाहुद्दीन (सेक्शन अधिकारी) और सीए. निदा सुल्तान शामिल हैं.
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विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर तलत अहमद, प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर शाहिद अशरफ, रजिस्ट्रार ए पी सिद्दीकी, फाइनेंस आफिसर संजय कुमार ने पीएफआरडीए सम्मेलन में जेएमआई की इस तीन सदस्यीय टीम के प्रदर्शन के लिए उनकी सराहना की. प्रो अहमद ने कहा, यह बहुत ही संतोषजनक है कि एनपीएस को पारदर्शी तरह से लागू करने के लिए पीएफआरडीए ने जेएमआई को मान्यता दी और उसकी सार्वजनिक रूप से प्रशंसा की.‘‘ इससे बड़ी खुशी की बात और क्या हो सकती है कि देश की कुल 557 केन्द्रीय स्वयत्त इकाइयों में जेएमआई को इन नए पेंशन निमयों को लागू करने के मामले में अव्वल जगह मिली है.‘‘
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उन्होंने कहा, यह बहुत ज़रूरी है कि विश्वविद्यालय के वित्त संबंधी सभी कार्यों और नियमों को सरकार की हिदायतों के अनुरूप पारदर्शी तरीके से लागू किया जाए. जेएमआई के फाइनेंस ऑफिसर संजय कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय सभी संबंधित लोगों को उनके पिछले वेतन माह का एनपीएस क्रेडिट निर्धारित समय के सात दिन के भीतर अदा कर दिया जाता है. इसके लिए जेएमआई यह सुनिश्चित करता है कि पेंशन के लिए भेजी गई रक़म समय से अपलोड कर दी जाए.
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विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर तलत अहमद, प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर शाहिद अशरफ, रजिस्ट्रार ए पी सिद्दीकी, फाइनेंस आफिसर संजय कुमार ने पीएफआरडीए सम्मेलन में जेएमआई की इस तीन सदस्यीय टीम के प्रदर्शन के लिए उनकी सराहना की. प्रो अहमद ने कहा, यह बहुत ही संतोषजनक है कि एनपीएस को पारदर्शी तरह से लागू करने के लिए पीएफआरडीए ने जेएमआई को मान्यता दी और उसकी सार्वजनिक रूप से प्रशंसा की.‘‘ इससे बड़ी खुशी की बात और क्या हो सकती है कि देश की कुल 557 केन्द्रीय स्वयत्त इकाइयों में जेएमआई को इन नए पेंशन निमयों को लागू करने के मामले में अव्वल जगह मिली है.‘‘
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उन्होंने कहा, यह बहुत ज़रूरी है कि विश्वविद्यालय के वित्त संबंधी सभी कार्यों और नियमों को सरकार की हिदायतों के अनुरूप पारदर्शी तरीके से लागू किया जाए. जेएमआई के फाइनेंस ऑफिसर संजय कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय सभी संबंधित लोगों को उनके पिछले वेतन माह का एनपीएस क्रेडिट निर्धारित समय के सात दिन के भीतर अदा कर दिया जाता है. इसके लिए जेएमआई यह सुनिश्चित करता है कि पेंशन के लिए भेजी गई रक़म समय से अपलोड कर दी जाए.
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