नई दिल्ली:
एक लड़की द्वारा चलती कार में से की गई 'मदद की गुहार' ने रविवार रात को दिल्ली पुलिस को काफी व्यस्त रखा, लेकिन जब उसे 'बचाया' गया, तो पता चला, पुलिस को कॉल सिर्फ मज़े के लिए किया गया था.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, दरअसल, पुलिस कंट्रोल रूम को एक फोन कॉल मिला, जिसमें धौला कुआं की ओर जाती एक मारुति कार में सवार एक लड़की मदद के लिए चिल्ला रही थी. पुलिस अधिकारी के मुताबिक, इसके बाद धौला कुआं ट्रैफिक पुलिस को चौकन्ना कर दिया गया, जिन्होंने तुरंत सड़क पर बैरिकेड लगाकर नाकाबंदी कर दी. फ्लैश में दिए गए कार के रजिस्ट्रेशन नंबर की मदद से उन्होंने नाकाबंदी पर कार को रोक लिया, और उसमें मौजूद दो पुरुषों को हिरासत में ले लिया, जिनकी पहचान सोनू और जोगिंदर के रूप में हुई.
इसके बाद स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिए गए दोनों पुरुषों ने बताया कि वे मदद की पुकार करती लड़की के मित्र हैं, और उसने चीखपुकार सिर्फ मज़ाक में ही की थी.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, "यह बोगस कॉल निकली... लड़की और वे पुरुष दोस्त थे, और शराब पिए हुए थे... वे एक पार्टी से लौट रहे थे, और सिर्फ मज़ा लेने के लिए लड़की ने मदद की गुहार की थी... उन्हें छोड़ दिया गया है, और कोई केस दर्ज नहीं किया गया है..."
बाद में, नाकाबंदी पर कार को रोकने वाले तीन पुलिसकर्मियों की टीम - सब-इंस्पेक्टर संजय पंघल, हेड कॉन्स्टेबल रवींद्र और कॉन्स्टेबल बलराज - को पुलिस कमिश्नर ने अच्छे काम के लिए पुरस्कृत किया.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, दरअसल, पुलिस कंट्रोल रूम को एक फोन कॉल मिला, जिसमें धौला कुआं की ओर जाती एक मारुति कार में सवार एक लड़की मदद के लिए चिल्ला रही थी. पुलिस अधिकारी के मुताबिक, इसके बाद धौला कुआं ट्रैफिक पुलिस को चौकन्ना कर दिया गया, जिन्होंने तुरंत सड़क पर बैरिकेड लगाकर नाकाबंदी कर दी. फ्लैश में दिए गए कार के रजिस्ट्रेशन नंबर की मदद से उन्होंने नाकाबंदी पर कार को रोक लिया, और उसमें मौजूद दो पुरुषों को हिरासत में ले लिया, जिनकी पहचान सोनू और जोगिंदर के रूप में हुई.
इसके बाद स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिए गए दोनों पुरुषों ने बताया कि वे मदद की पुकार करती लड़की के मित्र हैं, और उसने चीखपुकार सिर्फ मज़ाक में ही की थी.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, "यह बोगस कॉल निकली... लड़की और वे पुरुष दोस्त थे, और शराब पिए हुए थे... वे एक पार्टी से लौट रहे थे, और सिर्फ मज़ा लेने के लिए लड़की ने मदद की गुहार की थी... उन्हें छोड़ दिया गया है, और कोई केस दर्ज नहीं किया गया है..."
बाद में, नाकाबंदी पर कार को रोकने वाले तीन पुलिसकर्मियों की टीम - सब-इंस्पेक्टर संजय पंघल, हेड कॉन्स्टेबल रवींद्र और कॉन्स्टेबल बलराज - को पुलिस कमिश्नर ने अच्छे काम के लिए पुरस्कृत किया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
दिल्ली पुलिस, दिल्ली महिला सुरक्षा, दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम, मदद की फर्जी गुहार, धौला कुआं, Delhi Police, Delhi Women Safety, Women Safety, Delhi PCR Call