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This Article is From Jan 02, 2018

फ्लॉप साबित हो रही है DDA की हाउसिंग स्कीम, 3500 लोगों ने वापस किए फ्लैट

डीडीए का ड्रॉ निकलने के महीने भर बाद ही करीब 3500 लोग फ्लैट्स वापस कर चुके हैं. मुख्यालय में रोजाना करीब 50 से 100 लोग अपने फ्लैट्स को वापस करने के लिए आ रहे हैं.

फ्लॉप साबित हो रही है DDA की हाउसिंग स्कीम, 3500 लोगों ने वापस किए फ्लैट
डीडीए फ्लैट्स के खरीदार नहीं
नई दिल्ली: एक समय था जब डीडीए यानि दिल्ली विकास प्राधिकरण के फ्लैट को खरीदने के लिए लाखों लोग कतार में रहते थे, लेकिन अब डीडीए हाउसिंग स्कीम एक के बाद एक फ्लॉप साबित रही है. खासतौर पर लोग एलआईजी फ्लैट्स में रहना नहीं चाहते हैं, जबकि एलआईजी फ्लैट्स महज 14 लाख रुपये में मिल रहे हैं. डीडीए का ड्रॉ निकलने के महीने भर बाद ही करीब 3500 लोग फ्लैट्स वापस कर चुके हैं. मुख्यालय में रोजाना करीब 50 से 100 लोग अपने फ्लैट्स को वापस करने के लिए आ रहे हैं. फ्लैट्स वापस करने वालों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए जरूरी दस्तावेज की सूचना भी लगा दी गई है. पीके स्वाल का भी फ्लैट 2017 में निकला है, लेकिन मंगलवार को फ्लैट वापस करने के लिए डीडीए मुख्यालय गए. उनका कहना है कि बेसिक सुविधा नहीं है. न ही कोई आने-जाने की सुविधा है. न ही पीसीआर वैन आती है. स्कीम निकालने से पहले डीडीए ने कहा था कि फ्लैट्स देख लीजिए, शायद डीडीए को पता था कि फ्लैट्स देने के बाद लोग रद्द कर देंगे.

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पीके स्वाल की बातों में कितनी सच्चाई है ये जानने के लिए हमने रोहिणी सेक्टर-35 जाने का मन बनाया. रिठाला मेट्रो स्टेशन से करीब सात किमी हम चले. बीच में न तो कोई बड़ा अस्पताल आया और न ही कोई स्कूल. रोहिणी के सेक्टर-35 में 600 फ्लैट्स हैं, लेकिन रहते केवल 15 परिवार ही हैं. यहीं हमें ब्रिजेंद्र सिंह मिले. पति-पत्नी और तीन बच्चों के साथ वो आवंटित होने वाले अपने फ्लैट को देखने आए हैं, लेकिन जब फ्लैट देखा तो मायूसी छिपा न सके.

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एनडीटीवी के पास जो दस्तावेज है उनसे पता चलता है 2011 में द्वारका, रोहिणी और नरेला में 18600 ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स बनाने का टेंडर एक निजी कंपनी को 763 करोड़ में दिया गया था. बाद में इन्हीं फ्लैट्स को एलआईजी बनाकर डीडीए ने 2014 में ड्रॉ निकाला, लेकिन 2014 में 11,000 लोगों ने फ्लैट्स को वापस कर दिया. तीन साल बाद फिर डीडीए ने 2017 में 12,000 फ्लैट्स का ड्रा निकाला, लेकिन एक महीने के अंदर ही करीब 3500 लोग फ्लैट्स वापस कर चुके हैं. फ्लैट्स के मामले में डीडीए की साख किस कदर कम हुई है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 2017 में 12 हजार हाउसिंग स्कीम के लिए केवल 46,000 ही आवेदन आए.

VIDEO : डीडीए फ़्लैट्स के ख़रीदार नहीं?
अब डीडीए हाउसिंग स्कीम की फ्लॉप योजनाएं के बारे में बात नहीं करना चाहता है.

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