फाइल फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे अपने नोटिस बोर्ड पर आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) श्रेणी के तहत सीटों और दाखिले का ब्योरा दें. शिक्षा निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार स्कूलों से कहा गया है कि वे इन विवरणों को ऐसे बोर्ड पर इस तरह से दें कि वे स्कूल के बाहर से भी दिखाई पड़ें.
अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, 'सभी स्कूलों के प्राचार्यों को निर्देश दिया गया है कि वे जरूरी सूचना न सिर्फ वेबसाइटों पर अपडेट करें, बल्कि डिस्प्ले बोर्ड पर भी उसे दें, जो स्कूल परिसर के बाहर से भी दिखाई पड़े.' इससे पहले स्कूलों से सिर्फ ऑनलाइन सूचना अपलोड करने की अपेक्षा की जाती थी.
उन्होंने कहा, 'यह सूचना बोर्ड पर हिंदी और अंग्रेजी में दिए जाने की आवश्यकता है.' डिस्प्ले बोर्ड पर स्कूलों से जिन बातों का ब्योरा देने को कहा गया है, उसमें ईडब्ल्यूएस श्रेणी के तहत सीटों की कुल संख्या, प्राप्त आवेदनों की संख्या और किसी खास तारीख पर उपलब्ध सीटों की स्थिति बताना शामिल है.
निजी स्कूलों में ईडब्ल्यूएस नर्सरी की आरक्षित 25 फीसदी सीटों में दाखिला ड्रॉ के जरिये होता है. पिछले साल से दिल्ली सरकार ईडीब्ल्यूएस दाखिले के लिए केंद्रीकृत पंजीकरण कर रही है और दाखिला हो रहा है. शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 के अनुसार निजी स्कूलों में 25 फीसदी सीटें ईडब्ल्यूएस श्रेणी के लिए आरक्षित हैं. इस साल शिक्षा निदेशालय को ईडब्ल्यूएस श्रेणी की 31 हजार 653 सीटों के लिए एक लाख 13 हजार 991 ऑनलाइन आवेदन मिले थे. कंप्यूटर के जरिये निकाले गए ड्रॉ के जरिये कुल 31 हजार 269 उम्मीदवारों को उनकी पसंद के अनुसार स्कूलों का आवंटन किया गया.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, 'सभी स्कूलों के प्राचार्यों को निर्देश दिया गया है कि वे जरूरी सूचना न सिर्फ वेबसाइटों पर अपडेट करें, बल्कि डिस्प्ले बोर्ड पर भी उसे दें, जो स्कूल परिसर के बाहर से भी दिखाई पड़े.' इससे पहले स्कूलों से सिर्फ ऑनलाइन सूचना अपलोड करने की अपेक्षा की जाती थी.
उन्होंने कहा, 'यह सूचना बोर्ड पर हिंदी और अंग्रेजी में दिए जाने की आवश्यकता है.' डिस्प्ले बोर्ड पर स्कूलों से जिन बातों का ब्योरा देने को कहा गया है, उसमें ईडब्ल्यूएस श्रेणी के तहत सीटों की कुल संख्या, प्राप्त आवेदनों की संख्या और किसी खास तारीख पर उपलब्ध सीटों की स्थिति बताना शामिल है.
निजी स्कूलों में ईडब्ल्यूएस नर्सरी की आरक्षित 25 फीसदी सीटों में दाखिला ड्रॉ के जरिये होता है. पिछले साल से दिल्ली सरकार ईडीब्ल्यूएस दाखिले के लिए केंद्रीकृत पंजीकरण कर रही है और दाखिला हो रहा है. शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 के अनुसार निजी स्कूलों में 25 फीसदी सीटें ईडब्ल्यूएस श्रेणी के लिए आरक्षित हैं. इस साल शिक्षा निदेशालय को ईडब्ल्यूएस श्रेणी की 31 हजार 653 सीटों के लिए एक लाख 13 हजार 991 ऑनलाइन आवेदन मिले थे. कंप्यूटर के जरिये निकाले गए ड्रॉ के जरिये कुल 31 हजार 269 उम्मीदवारों को उनकी पसंद के अनुसार स्कूलों का आवंटन किया गया.
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