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This Article is From Feb 29, 2020

दिल्ली हिंसा: सावधान! घृणा फैलाने या भड़काऊ Video भेजने पर होगी कार्रवाई, जल्द जारी होगा Whatsapp नंबर

नॉर्थ ईस्ट हिंसा के दौरान हुई अलग-अलग जगह की घटनाओं के वीडियो लोगों के पास व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के जरिए आ रहे हैं.

दिल्ली हिंसा: सावधान! घृणा फैलाने या भड़काऊ Video भेजने पर होगी कार्रवाई, जल्द जारी होगा Whatsapp नंबर
घृणा फैलाने या भड़काऊ Video भेजने पर होगी कार्रवाई- फाइल फोटो
नई दिल्ली:

नॉर्थ ईस्ट हिंसा के दौरान हुई अलग-अलग जगह की घटनाओं के वीडियो लोगों के पास व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के जरिए आ रहे हैं. इतना ही नहीं, कई ऐसे फर्जी वीडियो भी हैं, जो हिंसा से जुड़े भी नहीं. हिंसा के वीडियो लोग व्हाट्सऐप और सोशल मीडिया के जरिए भेज रहे हैं. इस पर दिल्ली सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए जल्द ही एक व्हाट्सएप्प नंबर जारी करेगी जिसपर लोग घृणा फैलाने वाले या भड़काऊ वीडियो जो व्हाट्सएप पर भेजे जा रहे हैं उसकी शिकायत की जा सकेगी. एक अधिकारी व्हाट्सएप नंबर पर भेजी गई इन शिकायतों की निगरानी करेगा और जरूरत पड़ने पर शिकायत दिल्ली पुलिस को भेजी जाएगी. दिल्ली सरकार लोगों से अपील करेगी कि ऐसे संदेश ना भेजें जिससे समाज में नफरत या घृणा बढ़े.

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बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत हुई है. अब सवाल ये भी उठ रहा है कि दिल्ली में इतने बड़े पैमाने पर जो हिंसा हुई उसकी वजह क्या थी, वो लोग कौन थे जिन्होंने दिल्ली को लहुलुहान किया. इन सवालों पर एक तरफ़ उत्तर पूवी दिल्ली के स्थानीय लोग बताते हैं कि हथियारबंद भीड़ बाहर से आई थी तो दूसरी तरफ क्राइम ब्रांच के 90 अफ़सरों की SIT इसकी जांच कर रही है जिसको इसके पीछे स्थानीय अपराधियों की भूमिका लगती है और जिनकी धरपकड़ जारी है.

दिल्ली के जाफराबाद में 27 साल के शाहरुख की धरपकड़ के लिए छापे जारी हैं. लेकिन पुलिस के सामने ये सवाल है कि जिस शख़्स का पहले कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था, उसके पास ऐसी फ़ायरिंग के लिए हथियार कहां से आया? इसी तरह भजनपुरा, शिव विहार और चांदबाग जैसे इलाकों में जबरदस्त फायरिंग हुई. जांच में पता चला है कि इस फायरिंग के पीछे बड़े पैमाने पर स्थानीय अपराधियों का हाथ है. इन लोगों ने खुद भी फायरिंग की और फायरिंग के लिए युवाओं को हथियार भी मुहैया कराए.

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अब तक हुई पड़ताल की बड़ी बातें- 
13 से ज्यादा लोगों की मौत गोली लगने से हुई है
80 से ज्यादा लोगों को गोली लगी है
हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल की मौत भी गोली लगने से हुई
जो 500 लोग पकड़े गए हैं उनमें कई अपराधी हैं
इनके ठिकानों से बड़े पैमाने पर अवैध हथियार और कारतूस बरामद हो रहे हैं
हिंसा वाली जगहों से भी भारी मात्रा में खाली कारतूस मिले हैं.

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