ठगी का आरोपी मंजीत सांगवान.
नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ठगी के आरोप में 51 साल के मंजीत सांगवान को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है. मंजीत के पिता 1965 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध लड़ते हुए शहीद हो गए थे. मंजीत खुद कभी दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल रहा है.
क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट सीपी रवीन्द्र यादव के मुताबिक मूल रूप से झज्जर का रहने वाला मंजीत 1989 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के रूप में भर्ती हुआ. उसने सन 1996 में निजी कारणों से नौकरी छोड़ दी. इसके बाद उसने दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में एक गारमेंट कंपनी खोली.
मंजीत ने गारमेंट शोरूम खुलवाने के नाम पर करीब 600 लोगों को नौ करोड़ रुपये का चूना लगा दिया. इसके अलावा फ्रांस की एक गारमेंट कंपनी ने उस पर कॉपीराइट एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है. वह 2011 से भगोड़ा था. इस दौरान वह अपने गांव का सरपंच भी रहा.
क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट सीपी रवीन्द्र यादव के मुताबिक मूल रूप से झज्जर का रहने वाला मंजीत 1989 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के रूप में भर्ती हुआ. उसने सन 1996 में निजी कारणों से नौकरी छोड़ दी. इसके बाद उसने दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में एक गारमेंट कंपनी खोली.
मंजीत ने गारमेंट शोरूम खुलवाने के नाम पर करीब 600 लोगों को नौ करोड़ रुपये का चूना लगा दिया. इसके अलावा फ्रांस की एक गारमेंट कंपनी ने उस पर कॉपीराइट एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है. वह 2011 से भगोड़ा था. इस दौरान वह अपने गांव का सरपंच भी रहा.
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