दिल्ली मेट्रो (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दिल्ली में अक्तूबर या नवंबर महीने से मेट्रो ट्रेन बिना ड्राइवर के ही चलेगी। बिना ड्राइवर के मेट्रो ट्रेन फेज तीन की लाइन पर चलेगी। मेट्रो ट्रेन के फेज तीन का काम लगभग पूरा हो चुका है।
बिना ड्राइवर के मेट्रो ट्रेन लाइन सात, यानि मजलिस पार्क से शिव विहार तक, करीब साढ़े अट्ठावन किलोमीटर चलेगी। इसी तरह मेट्रो की लाइन आठ यानि जनकपुरी वेस्ट से बॉटिनिकल गार्डेन तक करीब अड़तीस किलोमीटर बिना ड्राइवर की अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस मेट्रो चलाई जाएगी।
ड्राइवर का केबिन नहीं होगा
इस मेट्रो ट्रेन में ड्राइवर के लिए केबिन नहीं होगा जिससे आम मेट्रो के डिब्बे की अपेक्षा करीब ढाई सौ लोग ज्यादा आ सकेंगे। इस मेट्रो ट्रेन में छह डिब्बे होंगे और करीब 2280 लोग इसमें सफर कर सकते हैं। यही नहीं इस ट्रेन में और भी खासियत हैं। मसलन ओवर हेड में खराबी की वजह से मेट्रो की चाल सुस्त होने की समस्या नहीं होगी। नई मेट्रो ट्रेन में अब इस तरह की खराबी नहीं आएगी।
दक्षिण कोरिया से आईं 20 ट्रेनें
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करीब बीस मेट्रो ट्रेनें दक्षिण कोरिया से आ चुकी हैं। जबकि 61 अन्य इसी तरह की मेट्रो ट्रेनें भारत अर्थ मूवर्स के बेंगलुरु के कारखाने में तैयार हो रही हैं।
बिना ड्राइवर के मेट्रो ट्रेन लाइन सात, यानि मजलिस पार्क से शिव विहार तक, करीब साढ़े अट्ठावन किलोमीटर चलेगी। इसी तरह मेट्रो की लाइन आठ यानि जनकपुरी वेस्ट से बॉटिनिकल गार्डेन तक करीब अड़तीस किलोमीटर बिना ड्राइवर की अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस मेट्रो चलाई जाएगी।
ड्राइवर का केबिन नहीं होगा
इस मेट्रो ट्रेन में ड्राइवर के लिए केबिन नहीं होगा जिससे आम मेट्रो के डिब्बे की अपेक्षा करीब ढाई सौ लोग ज्यादा आ सकेंगे। इस मेट्रो ट्रेन में छह डिब्बे होंगे और करीब 2280 लोग इसमें सफर कर सकते हैं। यही नहीं इस ट्रेन में और भी खासियत हैं। मसलन ओवर हेड में खराबी की वजह से मेट्रो की चाल सुस्त होने की समस्या नहीं होगी। नई मेट्रो ट्रेन में अब इस तरह की खराबी नहीं आएगी।
दक्षिण कोरिया से आईं 20 ट्रेनें
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करीब बीस मेट्रो ट्रेनें दक्षिण कोरिया से आ चुकी हैं। जबकि 61 अन्य इसी तरह की मेट्रो ट्रेनें भारत अर्थ मूवर्स के बेंगलुरु के कारखाने में तैयार हो रही हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं