नई दिल्ली:
आप सरकार ने यहां इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में किडनी रैकेट की जांच के लिए सोमवार को पांच सदस्यीय समिति का गठन किया और उससे 15 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि समिति इस बात की जांच करेगी कि क्या अस्पताल की तरफ से कोई प्रक्रियागत चूक हुई।
एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश
मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ डीके तांपे की अध्यक्षता वाली जांच समिति से कहा गया है कि वह एक सप्ताह के भीतर अपनी अंतरिम रिपोर्ट सौंपे। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘विशेष समिति इस बात की जांच करेगी कि क्या अस्पताल ने निर्धारित मंजूरी प्रोटोकॉल का पालन किया। यह दस्तावेजीकरण और संबद्ध अस्पताल की प्राधिकार समिति द्वारा साक्षात्कार की प्रक्रिया की भी दोबारा जांच करेगी।’ मंत्री ने कहा कि समिति अंग दान के क्षेत्र में मार्गदर्शक सिद्धांतों और सर्वश्रेष्ठ प्रचलनों को अद्यतन करने पर भी अपने सुझाव देगी।
पांच लोगों की गिरफ्तारी
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है, ‘समिति को निर्देश दिया जाता है कि अब तक पकड़े गए अंगदान के पांच मामलों के संबंध में एक सप्ताह के भीतर अंतरिम रिपोर्ट सौंपे और विस्तृत रिपोर्ट एक पखवाड़े के भीतर सौंपे।’ पांच लोगों की गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने पिछले सप्ताह किडनी का कारोबार करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया था। गिरफ्तार किए गए लोगों में अपोलो अस्पताल के एक न्यूरोलॉजिस्ट का निजी सचिव भी शामिल है। यह गिरोह कई राज्यों के गरीब लोगों को अपनी किडनी बेचने के लिए फुसलाता था।
अस्पताल ने मदद करने का भरोसा जताया
एक बयान में इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल ने कहा, ‘हम सहयोग कर रहे हैं और उन्हें जांच में मदद के लिए सारी सूचना मुहैया करा रहे हैं। यह गंभीर चिंता का विषय है और हमारी टीम पुलिस को पूरा समर्थन दे रही है।’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश
मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ डीके तांपे की अध्यक्षता वाली जांच समिति से कहा गया है कि वह एक सप्ताह के भीतर अपनी अंतरिम रिपोर्ट सौंपे। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘विशेष समिति इस बात की जांच करेगी कि क्या अस्पताल ने निर्धारित मंजूरी प्रोटोकॉल का पालन किया। यह दस्तावेजीकरण और संबद्ध अस्पताल की प्राधिकार समिति द्वारा साक्षात्कार की प्रक्रिया की भी दोबारा जांच करेगी।’ मंत्री ने कहा कि समिति अंग दान के क्षेत्र में मार्गदर्शक सिद्धांतों और सर्वश्रेष्ठ प्रचलनों को अद्यतन करने पर भी अपने सुझाव देगी।
पांच लोगों की गिरफ्तारी
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है, ‘समिति को निर्देश दिया जाता है कि अब तक पकड़े गए अंगदान के पांच मामलों के संबंध में एक सप्ताह के भीतर अंतरिम रिपोर्ट सौंपे और विस्तृत रिपोर्ट एक पखवाड़े के भीतर सौंपे।’ पांच लोगों की गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने पिछले सप्ताह किडनी का कारोबार करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया था। गिरफ्तार किए गए लोगों में अपोलो अस्पताल के एक न्यूरोलॉजिस्ट का निजी सचिव भी शामिल है। यह गिरोह कई राज्यों के गरीब लोगों को अपनी किडनी बेचने के लिए फुसलाता था।
अस्पताल ने मदद करने का भरोसा जताया
एक बयान में इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल ने कहा, ‘हम सहयोग कर रहे हैं और उन्हें जांच में मदद के लिए सारी सूचना मुहैया करा रहे हैं। यह गंभीर चिंता का विषय है और हमारी टीम पुलिस को पूरा समर्थन दे रही है।’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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