दिल्ली के गृह मंत्री कैलाश गहलोत (Kailash Gahlot) ने शनिवार को तिहाड़ जेल (Tihar Jail) का दौरा किया. इस दौरान गहलोत तिहाड़ की जेल नंबर-3 और 6 पहुंचे. उन्होंने कैदियों के रहने की स्थिति में सुधार, कर्मचारियों के कल्याण और सुविधाओं को बेहतर करने की दिल्ली सरकार (Delhi Government) की प्रतिबद्धता को बताया. गृह मंत्री ने कैदियों को दी जा रही बुनियादी सुविधाओं का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि प्रत्येक व्यक्ति में सुधार की क्षमता होती है और उसे ऐसा करने के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है.
सेंट्रल जेल नंबर 6 (महिला बैरक) के निरीक्षण के दौरान गृह मंत्री ने व्यवसायिक प्रशिक्षण इकाई, सिलाई, आभूषण बनाने और क्रेच समेत कई प्रमुख क्षेत्रों का निरीक्षण किया और कहा कि यह जेल से बाहर आने के बाद कैदियों के पुनर्वास में मददगार साबित होंगे. उन्होंने महिला कैदियों के लिए उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं की भी समीक्षा की और मेडिकल रिकॉर्ड के डिजिटलीकरण की आवश्यकता पर बल दिया. वहीं जेल नंबर 3 में उन्होंने गौशाला, लंगर (सामुदायिक रसोई) और 120 बिस्तरों वाले अस्पताल का निरीक्षण किया.
गहलोत ने जेलों में भीड़ कम करने पर दिया जोर
गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने जेल फैक्ट्रियों के संचालन की समीक्षा की और उनकी उत्पादकता को बढ़ाने पर जोर दिया. साथ ही विजिटर्स के लिए इलेक्ट्रिक वाहन की सुविधा देने का प्रस्ताव दिया. उन्होंने जेलों में भीड़भाड़ कम करने पर भी जोर दिया. इस संबंध में जेल मंत्री ने नरेला में प्रस्तावित जेल के निर्माण में तेजी लाने और बापरोला में जेल के लिए भूमि अधिग्रहण करने में गति लाने के निर्देश दिए.
साथ ही उन्होंने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को शौचालयों के नवीनीकरण और मरम्मत का भी निर्देश दिया.
कैदियों-जेल कर्मचारियों के कल्याण को प्राथमिकता : गहलोत
मंत्री ने जेल कर्मचारियों की कड़ी मेहनत को सराहा और उनका मनोबल बढ़ाने व सुधारात्मक सेवाओं के अंदर प्रतिभा को बनाए रखने के लिए पदोन्नति के अवसर प्रदान करने का प्रस्ताव दिया.
उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार भविष्य की सभी पहलों में कैदियों और कर्मचारियों दोनों के कल्याण को प्राथमिकता देना जारी रखेगी.
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