
दिल्ली में अब कोरोनावायरस लॉकडाउन में ढील मिलने और Unlock1 प्लान सामने आने के बाद दुकानें खुलने लगी हैं. लेकिन दो महीनों से दुकान बंद रहने से बिजनेस मंदा हो गया है, ऐसे में दुकानों के किराएदारों के सामने किराया चुकाने की बड़ी मुश्किल सामने खड़ी है. दुकानों के किराएदारों और मालिकों के बीच किराए को लेकर टकराव हो रहा है. ऐसे में गांधीनगर के मशहूर थोक कपड़ा बाजार से एक अच्छी खबर आई है. बाजार में दुकान के किराएदारों और मालिकों के बीच अनोखा समझौता हुआ है.
किराएदारों और मकानमालिकों के बीच चार महीनों के किराए में छूट को लेकर बात बन गई है. गांधी नगर मार्केट एसोसिएशन ने बातचीत के बाद लिया फैसला लिया है. इस समझौते के तहत अप्रैल, मई, जून, जुलाई में किराए पर छूट देने की बात की गई है, जिसमें 30,000 तक के किराए पर 30 फीसदी तक छूट मिलेगी, वहीं 75,000 तक के किराए पर एक तिहाई छूट मिलेगी.
लॉकडाउन के दौरान दुकान मालिक और किराएदारों के बीच किराए को लेकर चल रही तनातनी के बाद कई मार्केट एसोसिएशन ने ये पहल की है. कई बाजारों में किराया कम करने या माफ करने पर विचार भी हो रहा है. टैंक रोड कपड़ा बाजार और कमला नगर मार्केट एसोसिएशन भी ऐसे फैसले ले रही हैं.
कमला नगर मार्केट एसोसिएशन के प्रधान नरेश सांबर ने बताया कि कमला नगर मार्केट मंगलवार को ही खुली है लेकिन 25 फीसदी दुकाने बंद हैं क्योंकि दुकान मालिक और किराएदार के बीच झगड़ा है. उन्होंने कहा, 'हमने एक केस पर निर्णय दिया है कि अप्रैल और मई का किराया छोड़ दिया जाए और जून से सितंबर तक 50 फीसदी तक कर दिया जाए. सितंबर में हम दोबारा बैठेंगे. आज दुकान खाली हो जाएगी दोबारा चलने वाली नहीं है. ऑड-इवन में भी हम खाली बैठे रहे अब भी कोई नहीं आ रहा है कोविड कब तक रहेगा हम नहीं जानते हैं.'
उन्होंने कहा, 'मेरा अध्यक्ष होने के नाते आग्रह है कि मानवता के लिहाज से दुकान मालिक और किराएदार को आपस में समझौता करना चाहिए.'
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