मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छत्रसाल स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जनता को संबोधित किया
नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में केंद्र सराकर की छोटी कक्षाओं में छात्रों को फेल नहीं करने की नीति की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि इस नीति ने शिक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में 25 से ज्यादा कौशल विकास केंद्र खोले जाएंगे.
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मुख्यमंत्री ने छत्रसाल स्टेडिम में स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि कौशल विकास केंद्र पहले साल में 25,000 युवकों को रोजगार पाने के लिए प्रशिक्षित करेंगे. केजरीवाल ने कहा कि जहां कही भी वे जाते हैं वहां सिर्फ एक ही मांग होती है कि बच्चों को रोजगार दीजिए. नौकरियां देने के लिए प्रायोगिक आधार पर हमने कौशल विकास केंद्र बनाए हैं, जहां 1,200 छात्र अध्ययन कर रहे हैं.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि कक्षा 12वीं पूरा करने के बाद कौशल विकास एक साल का पाठ्यक्रम है. प्रशिक्षण के बाद इन छात्रों को तीन से चार नौकरियों के प्रस्ताव मिलते हैं, जो 30,000 से 40,000 रुपये के हैं. अपने आधा घंटे के भाषण में केजरीवाल ने यह भी कहा कि उनकी सरकार डेंगू व चिकनगुनिया से लड़ाई के लिए 10 दिनों में एक विस्तृत योजना तैयार करेगी.
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उन्होंने कहा कि शिक्षा के अधिकार (आरटीई) अधिनियम के तहत कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों को फेल न करने की नीति ने शिक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि इस साल कक्षा 10 में 60,000 छात्र फेल हैं. उन्होंने यह भी कहा कि फेल छात्रों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उन सभी को दाखिला मिलेगा और सरकार उनके लिए विशेष कक्षाओं का इंतजाम करेगी.
(इनपुट आईएएनएस से)
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मुख्यमंत्री ने छत्रसाल स्टेडिम में स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि कौशल विकास केंद्र पहले साल में 25,000 युवकों को रोजगार पाने के लिए प्रशिक्षित करेंगे. केजरीवाल ने कहा कि जहां कही भी वे जाते हैं वहां सिर्फ एक ही मांग होती है कि बच्चों को रोजगार दीजिए. नौकरियां देने के लिए प्रायोगिक आधार पर हमने कौशल विकास केंद्र बनाए हैं, जहां 1,200 छात्र अध्ययन कर रहे हैं.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि कक्षा 12वीं पूरा करने के बाद कौशल विकास एक साल का पाठ्यक्रम है. प्रशिक्षण के बाद इन छात्रों को तीन से चार नौकरियों के प्रस्ताव मिलते हैं, जो 30,000 से 40,000 रुपये के हैं. अपने आधा घंटे के भाषण में केजरीवाल ने यह भी कहा कि उनकी सरकार डेंगू व चिकनगुनिया से लड़ाई के लिए 10 दिनों में एक विस्तृत योजना तैयार करेगी.
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उन्होंने कहा कि शिक्षा के अधिकार (आरटीई) अधिनियम के तहत कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों को फेल न करने की नीति ने शिक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि इस साल कक्षा 10 में 60,000 छात्र फेल हैं. उन्होंने यह भी कहा कि फेल छात्रों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उन सभी को दाखिला मिलेगा और सरकार उनके लिए विशेष कक्षाओं का इंतजाम करेगी.
(इनपुट आईएएनएस से)
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