दिल्ली विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं. 5 फरवरी को होने वाले मतदान में आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा. सभी प्रमुख राजनीतिक दल जनता को अपने वादों से आकर्षित करने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं. खासकर पूर्वी दिल्ली में यह सवाल महत्वपूर्ण है कि किस पार्टी का प्रभाव अधिक है और मतदाताओं का झुकाव किधर हैं. इस सवाल का जवाब जानने के लिए NDTV की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची.
काम के आधार पर चुनाव लड़ते आए हैं : 'आप'
आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए यह चुनाव काफी अहम है. पार्टी ने इस बार पहले से बेहतर प्रदर्शन करने का दावा किया है. AAP प्रवक्ता अतहर जैदी का कहना है कि इस बार आम आदमी पार्टी का मुकाबला खुद से है. पिछली बार पार्टी ने 62 सीटें जीती थीं. लेकिन इस बार इससे अधिक सीटों की उम्मीद है. जैदी ने कहा कि पिछले 10 सालों में अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से जो वादे किए थे, उन्हें पूरा किया गया. 200 यूनिट फ्री बिजली, फ्री पानी और महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा जैसी योजनाएं सफलतापूर्वक लागू की गईं. 2020 में केजरीवाल ने प्रेस वार्ता में कहा था कि यदि उन्होंने काम किया है तो दिल्लीवासियों को उन्हें वोट देना चाहिए. वह हमेशा अपने काम के आधार पर चुनाव लड़ते आए हैं. आम आदमी पार्टी का मानना है कि जनता का भरोसा उनके कामों पर है और यह चुनाव भी उनकी उपलब्धियों के आधार पर लड़ा जा रहा है.
'आम आदमी पार्टी के नेता पर झूठे आरोप'
आतहर जैदी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी के नेता उनकी पार्टी के नेताओं को गालियां दे रहे हैं. उन्होंने आमतुल्ला खान के कामों को सराहा, जिनकी कोशिशों से ओखला में मोहल्ला क्लिनिक और पानी की लाइनें बिछाई गईं. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली की आबादी पिछले 10 सालों में दोगुनी हो गई है और इस दौरान आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के विकास के लिए जो काम किए, वह सब रिकॉर्ड पर हैं. जैदी ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सिर्फ विपक्ष की राजनीति करती है और आम आदमी पार्टी के नेता पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें परेशान करने की कोशिश करती है. उनका कहना था कि अब समय आ गया है जब दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी को एमसीडी की जिम्मेदारी सौंपी है और पार्टी इस काम को अच्छे तरीके से निभा रही है.
पंजाब में 'आप' ने पूरे नहीं किए वादे : बीजेपी
वहीं, बीजेपी प्रवक्ता ने आम आदमी पार्टी पर कड़ी आलोचना की. उनका कहना है कि अरविंद केजरीवाल सबसे बड़े झूठे नेता हैं. उन्होंने पिछले 11 सालों में दिल्लीवासियों से झूठ बोला है. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि केजरीवाल ने महिलाओं को 3100 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन पंजाब में इस वादे को पूरा नहीं किया गया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल ने दिल्ली को पेरिस बनाने का सपना दिखाया था. लेकिन अब दिल्ली की सड़कों की हालत खराब है. बटला हाउस, शाहीन बाग, और जामिया की सड़कों की स्थिति भी चिंताजनक है. बीजेपी प्रवक्ता ने यह आरोप भी लगाया कि आम आदमी पार्टी धार्मिक आधार पर राजनीति करती है, लेकिन मस्जिदों में जाने के लिए रास्ते नहीं बना पाई.
बीजेपी के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि ओखला विधानसभा क्षेत्र के विधायक पिछले 5 सालों से जेल में हैं. उनका सवाल है कि एक ऐसा नेता जो खुद जेल में हो, वह गंदगी को कैसे खत्म कर सकता है. उन्होंने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि कांग्रेस दिल्ली में अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है. उनका आरोप था कि कांग्रेस की कोई भूमिका नहीं है.
'आप' हमेशा केंद्र और कांग्रेस पर आरोप लगाती है : कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता जेबा खान ने कांग्रेस पार्टी की स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि दिल्ली की जनता शीला दीक्षित के कामों को याद कर रही है. कांग्रेस का कहना है कि पार्टी इस चुनाव को मजबूती से लड़ रही है और लोगों के बीच कांग्रेस की योजनाओं को लेकर सकारात्मक भावना है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस द्वारा किए गए कार्यों का सही तरीके से रखरखाव नहीं हो पा रहा है और दिल्ली की जनता आम आदमी पार्टी से परेशान है. कांग्रेस का आरोप था कि आम आदमी पार्टी अपने द्वारा किए गए वादों को पूरा नहीं कर पाई, खासकर पंजाब में. कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा केंद्र और कांग्रेस पर आरोप लगाती है. लेकिन खुद अपने कार्यों को सही तरीके से लागू नहीं कर पा रही है. उन्होंने दिल्ली में साफ-सफाई और बुनियादी सुविधाओं के मुद्दे को उठाया और कहा कि यह स्थिति बेहद खराब हो चुकी है.
AIMIM के प्रवक्ता मोहम्मद ने ओखला विधानसभा क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाया. उनका कहना था कि यहां के स्कूलों की हालत बहुत खराब है और क्षेत्र में शिक्षा के स्तर में सुधार की जरूरत है.
वरिष्ठ पत्रकार राम कृपाल ने बताया कि वह काफी समय बाद डिफेंस कॉलोनी से ओखला आए थे और उन्होंने देखा कि केजरीवाल ने जिन तीन प्रमुख वादों का जिक्र किया था. उनमें से कोई भी पूरा नहीं हो पाया. पहले वादे के तहत यमुना नदी को साफ करना था, लेकिन वह काम अभी तक अधूरा है. दूसरा वादा था दिल्ली की सड़कों को पेरिस जैसा बनाना, लेकिन सड़कों की हालत खराब है. तीसरा वादा था लोगों को साफ पानी उपलब्ध कराना, लेकिन यह वादा भी पूरा नहीं हुआ. राम कृपाल ने यह भी कहा कि जब केजरीवाल का खुद का घर बन सकते हैं. तो दिल्ली की जनता के लिए काम क्यों नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि उन्होंने 2012-13 में अन्ना हजारे के आंदोलन को करीब से देखा था और उस वक्त जो उम्मीदें थीं, वे अब तक पूरी नहीं हो पाई हैं.
ओखला के एक स्थानीय निवासी ने कहा कि यहां विकास की बात करने वाले नेताओं को ओखला का दौरा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यहां की सड़कों की स्थिति बहुत खराब है और कूड़े के ढेर जगह-जगह लगे हुए हैं. यहां के लोग पानी की कमी से जूझ रहे हैं. हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. वह यह भी कह रहे थे कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ही जनता से धोखा कर रही हैं. 15 साल तक कांग्रेस ने दिल्ली में शासन किया और 10 साल से आम आदमी पार्टी सरकार में है, लेकिन फिर भी लोग बुनियादी सुविधाओं से महरूम हैं.
यह चुनावी माहौल दिखाता है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला हो रहा है. हर पार्टी अपनी तरफ से विकास के वादे कर रही है, लेकिन जनता को उन वादों के पूरा होने की सच्चाई का सामना भी करना पड़ रहा है.
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