नई दिल्ली:
दिल्ली में साल के अंत तक हाईटेक मेट्रो ट्रेन चलने लगेगी, जिसे बाद में ड्राइवर के बिना भी चलाया जाएगा। बिना ड्राइवर के इस ट्रेन को चलते हुए देखने के लिए साल भर का और इंतजार करना पड़ेगा।
साल के अंत तक ये ट्रेन पश्चिमी जनकपुरी से बॉटेनिकल गार्डेन तक करीब 37 किलोमीटर और शिव विहार से मजलिस पार्क करीब 57 किलोमीटर तक चलेगी। बुधवार को पहली बार इस मेट्रो को ट्रैक पर चलाया गया। मुकुंदपुर डिपो में बुधवार को बिना ड्राइवर के चलने वाली मेट्रो को ड्राइवर ने चलाया।
डीएमआरसी के प्रवक्ता अनुज दयाल ने बताया कि फिलहाल जब इसे चलाया जाएगा, तो इसे ड्राइवर ही चलाएगा। जब सुरक्षा संबंधी सारी बातों को लेकर हम आश्वस्त हो जाएंगे, तब इसे बिना ड्राइवर के भी चलाया जा सकता है, लेकिन उसमें अभी वक्त है।
यह हाईटेक ट्रेन मेट्रो फेज-3 की लाइन पर दौड़ेगी। दक्षिण कोरिया से आई छह डिब्बों की इस मेट्रो ट्रेन की औसत रफ्तार और इसके डिब्बों की चौड़ाई भी आम मेट्रो ट्रेन से ज्यादा है। आम मेट्रो के डिब्बों की चौड़ाई 2.9 मीटर है, जबकि हाईटेक ट्रेन के डिब्बों की चौड़ाई 3.2 मीटर है। इसकी फ्रिक्वेंसी भी दूसरी लाइन की मेट्रो से ज्यादा होगी, क्योंकि इसकी औसत रफ्तार 5 किमी/घंटा ज्यादा है। चौड़ाई ज्यादा और ड्राइवर केबिन हटने से इसमें 280 लोग ज्यादा बैठ भी सकते है। यही नहीं इसमें सीटें भी ज्यादा देने की कोशिश की गई है और यह वाईफाई कनेक्शन से भी लैस होगी।
साल के अंत तक ये ट्रेन पश्चिमी जनकपुरी से बॉटेनिकल गार्डेन तक करीब 37 किलोमीटर और शिव विहार से मजलिस पार्क करीब 57 किलोमीटर तक चलेगी। बुधवार को पहली बार इस मेट्रो को ट्रैक पर चलाया गया। मुकुंदपुर डिपो में बुधवार को बिना ड्राइवर के चलने वाली मेट्रो को ड्राइवर ने चलाया।
डीएमआरसी के प्रवक्ता अनुज दयाल ने बताया कि फिलहाल जब इसे चलाया जाएगा, तो इसे ड्राइवर ही चलाएगा। जब सुरक्षा संबंधी सारी बातों को लेकर हम आश्वस्त हो जाएंगे, तब इसे बिना ड्राइवर के भी चलाया जा सकता है, लेकिन उसमें अभी वक्त है।
यह हाईटेक ट्रेन मेट्रो फेज-3 की लाइन पर दौड़ेगी। दक्षिण कोरिया से आई छह डिब्बों की इस मेट्रो ट्रेन की औसत रफ्तार और इसके डिब्बों की चौड़ाई भी आम मेट्रो ट्रेन से ज्यादा है। आम मेट्रो के डिब्बों की चौड़ाई 2.9 मीटर है, जबकि हाईटेक ट्रेन के डिब्बों की चौड़ाई 3.2 मीटर है। इसकी फ्रिक्वेंसी भी दूसरी लाइन की मेट्रो से ज्यादा होगी, क्योंकि इसकी औसत रफ्तार 5 किमी/घंटा ज्यादा है। चौड़ाई ज्यादा और ड्राइवर केबिन हटने से इसमें 280 लोग ज्यादा बैठ भी सकते है। यही नहीं इसमें सीटें भी ज्यादा देने की कोशिश की गई है और यह वाईफाई कनेक्शन से भी लैस होगी।
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