सीसीटीवी फुटेज से ली गई तस्वीरें
नई दिल्ली:
आतंकियों के निशाने पर रहने वाली दिल्ली मेट्रो कितनी सुरक्षित है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2 लड़के सुरक्षा जांच के बावजूद मेट्रो स्टेशन में चाकू लेकर घुस गए और मेट्रो स्टाफ को चाकू मारकर 12 लाख रुपये लूट लिए। मेट्रो में इतनी बड़ी लूट का यह पहला मामला है।
तड़के सवा पांच बजे हुई वारदात
घटना सोमवार को सुबह ठीक सवा पांच बजे की है। सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई तस्वीरों के हिसाब से दो लड़के राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन में गेट नंबर दो से घुसते हैं। चेहरा छुपाने के लिए एक ने मास्क पहन रखा है तो दूसरा सीसीटीवी कैमरे को देखते ही टोपी से चेहरे को छुपा रहा है। दोनों ने पीछे बैग भी टांग रखे हैं। सीआईएसएफ ने यहां पर उनकी चेकिंग की और मेट्रो कार्ड के जरिए वे अंदर दाखिल हो गए। थोड़ी ही देर में पता चला कि दोनों लड़के पहली मंजिल पर बने कंट्रोल रूम से 12 लाख रुपये लूटकर भाग गए हैं यही नहीं विरोध करने पर लुटेरों ने मेट्रो कर्मचारी कुणाल को चाकू मारकर गंभीर रूप से घायल भी कर दिया। कुणाल की हालत स्थिर है और उसका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
लुटेरों ने सोच समझकर चुना सुबह का वक्त
जानकारी के मुताबिक मेट्रो में कैश कलेक्शन का काम कांट्रेक्ट पर आए कर्मचारी करते हैं, जो हर दो महीने में बदलते रहते हैं। शक है कि लूट में किसी ऐसे शख्स का हाथ जरूर है जिसने यहां नौकरी की है या जो यहां के बारे में जानता है। आरोपियों ने लूट के लिए सुबह तड़के का वक्त चुना। तब मेट्रो का स्टाफ आना शुरू होता है या कम होता है। इस समय स्टेशन पर यात्री भी न के बराबर होते हैं।
खामियों का अंदाजा था
लुटेरों को कंट्रोल रूम में रखे कैश की जानकारी थी और सीआईएसएफ की सुरक्षा जांच की खामियों का भी अंदाजा था। दिल्ली मेट्रो हमेशा आतंकियों के निशाने पर होती है। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से सबसे बड़ी खामी यह मानी जा रही है कि आखिर कैसे लुटेरे सुरक्षा जांच के बाद भी चाकू लेकर अंदर दाखिल हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर लुटेरों की तलाश शुरू कर दी है।
वीडियो यहां देखें...
तड़के सवा पांच बजे हुई वारदात
घटना सोमवार को सुबह ठीक सवा पांच बजे की है। सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई तस्वीरों के हिसाब से दो लड़के राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन में गेट नंबर दो से घुसते हैं। चेहरा छुपाने के लिए एक ने मास्क पहन रखा है तो दूसरा सीसीटीवी कैमरे को देखते ही टोपी से चेहरे को छुपा रहा है। दोनों ने पीछे बैग भी टांग रखे हैं। सीआईएसएफ ने यहां पर उनकी चेकिंग की और मेट्रो कार्ड के जरिए वे अंदर दाखिल हो गए। थोड़ी ही देर में पता चला कि दोनों लड़के पहली मंजिल पर बने कंट्रोल रूम से 12 लाख रुपये लूटकर भाग गए हैं यही नहीं विरोध करने पर लुटेरों ने मेट्रो कर्मचारी कुणाल को चाकू मारकर गंभीर रूप से घायल भी कर दिया। कुणाल की हालत स्थिर है और उसका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
लुटेरों ने सोच समझकर चुना सुबह का वक्त
जानकारी के मुताबिक मेट्रो में कैश कलेक्शन का काम कांट्रेक्ट पर आए कर्मचारी करते हैं, जो हर दो महीने में बदलते रहते हैं। शक है कि लूट में किसी ऐसे शख्स का हाथ जरूर है जिसने यहां नौकरी की है या जो यहां के बारे में जानता है। आरोपियों ने लूट के लिए सुबह तड़के का वक्त चुना। तब मेट्रो का स्टाफ आना शुरू होता है या कम होता है। इस समय स्टेशन पर यात्री भी न के बराबर होते हैं।
खामियों का अंदाजा था
लुटेरों को कंट्रोल रूम में रखे कैश की जानकारी थी और सीआईएसएफ की सुरक्षा जांच की खामियों का भी अंदाजा था। दिल्ली मेट्रो हमेशा आतंकियों के निशाने पर होती है। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से सबसे बड़ी खामी यह मानी जा रही है कि आखिर कैसे लुटेरे सुरक्षा जांच के बाद भी चाकू लेकर अंदर दाखिल हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर लुटेरों की तलाश शुरू कर दी है।
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