
- बल्लीमारान स्थित सरकारी दवाखाने को आयुष्मान भारत योजना में शामिल कर आयुष्मान आरोग्य मंदिर का बोर्ड लगाया गया.
- बीजेपी ने AAP विधायक इमरान हुसैन पर बोर्ड को सांप्रदायिक रंग देकर विरोध प्रदर्शन करवाने का आरोप लगाया.
- AAP विधायक इमरान हुसैन ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर दवाखाने के बोर्ड पर आपत्ति जताई.
पुरानी दिल्ली में हिंदुस्तानी दवाखाना पर लगाए गए 'आयुष्मान आरोग्य मंदिर' बोर्ड को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी आमने-सामने आ गई हैं. दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आरोप लगाया कि बल्लीमारान स्थित सरकारी दवाखाने को आयुष्मान भारत योजना में शामिल कर वहां 'आयुष्मान आरोग्य मंदिर' का बोर्ड लगाया गया था. उन्होंने दावा किया कि AAP विधायक इमरान हुसैन ने इस बोर्ड को सांप्रदायिक रंग देकर विरोध प्रदर्शन करवाया और अधिकारियों पर दबाव बनाकर बोर्ड हटवाया. कपूर ने सुझाव दिया कि इस दवाखाने का नाम "हकीम अजमल खां आयुष्मान आरोग्य मंदिर" रखा जा सकता है.
AAP विधायक इमरान हुसैन की प्रतिक्रिया
पूर्व मंत्री और विधायक इमरान हुसैन ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि यह दवाखाना हकीम अजमल खां की ऐतिहासिक विरासत से जुड़ा है, जो एक प्रसिद्ध यूनानी चिकित्सक और स्वतंत्रता सेनानी थे.
हुसैन ने आग्रह किया कि इस स्थान पर ऐसा कोई बोर्ड न लगाया जाए जिससे सांस्कृतिक और सामाजिक सौहार्द को ठेस पहुंचे.
'मंदिर' शब्द पर आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि यह स्थान हमेशा 'हिंदुस्तानी दवाखाना' के नाम से जाना गया है और अब इस पर 'मंदिर' क्यों लिखा जा रहा है.
हकीम अजमल खां कौन थे?
- हकीम अजमल खां एक प्रसिद्ध यूनानी चिकित्सक, समाजसेवी और स्वतंत्रता सेनानी थे
- वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे
- कहा जाता है कि वे रोगी का चेहरा देखकर ही बीमारी का अनुमान लगा लेते थे
- यह दवाखाना उन्हीं की सेवा का केंद्र रहा है
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