
झारखंड का जामताड़ा साइबर ठगी के लिए पूरे देश में कुख्यात है. जामताड़ा में बैठे शातिर ठग पूरे देश से अलग-अलग शहरों के लोगों को अपना शिकार बनाते है. जामताड़ा की ठगी पर वेबसीरीज तक बन चुकी है. जामताड़ा की ठगी से जुड़ा एक नया मामला अब राजधानी दिल्ली से सामने आया है. दिल्ली पुलिस ने जामताड़ा के एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार ठग माइनिंग इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बाद ठगी का सिंडिकेट चला रहा था.
झारखंड, बंगाल और मिजोरम में एक साथ चला अभियान
बताया गया कि जामताड़ा से जुड़े साइबर फ्रॉड गिरोह पर दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक बेहद सुनियोजित और मल्टी-स्टेट ऑपरेशन के दौरान मुख्य आरोपी अजय कुमार मंडल को दबोचा गया. ये ऑपरेशन झारखंड, पश्चिम बंगाल और मिजोरम में एक साथ चलाया गया.
माइनिंग इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बाद कर रहा था ठगी
गिरफ्तार आरोपी अजय कुमार मंडल, जामताड़ा का रहने वाला है और डिप्लोमा इन माइनिंग इंजीनियरिंग कर चुका है. लेकिन उसने पढ़ाई का इस्तेमाल तकनीक से लोगों को ठगने में किया. वो इस पूरे साइबर फ्रॉड मॉड्यूल का मास्टरमाइंड है.
दिल्ली की एक महिला के साथ भी ऐसा ही हुआ. आरोपी ने मोबाइल का कंट्रोल लेकर ₹8.10 लाख रुपये उसके अकाउंट से निकाल लिए. इस रकम से आरोपी ने 7 महंगे एप्पल iPhone और एक MacBook खरीदे. वो ई-कॉमर्स वेबसाइट्स जैसे रिलायंस डिजिटल और फ्लिपकार्ट से डिजिटल वाउचर्स के जरिए शॉपिंग करते थे, ताकि उन्हें पकड़ा न जा सके.
गिरोह ने फेक सिम, प्रॉक्सी नामों से मोबाइल नंबर और फर्जी IP एड्रेस का जाल बिछा रखा था. लेकिन दिल्ली क्राइम ब्रांच की फॉरेंसिक टीम ने IP लॉग्स, IMEI डेटा और SIM यूसेज को ट्रेस करके सच्चाई सामने ला दी.
पुलिस के मुताबिक गिरिडीह में दो मोबाइल नंबर एक ही जगह और समय पर एक्टिव मिले. यही क्लू बन गया गिरफ़्तारी की कड़ी का. टीम ने लगातार निगरानी और सटीक रणनीति के साथ अजय मंडल को धर दबोचा. अजय के पास से एक iPhone बरामद किया गया है जो ठगी के पैसों से खरीदा गया था. फिलहाल केस की जांच जारी है और टीम को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी से इस साइबर ठग नेटवर्क के और भी कई तार उजागर होंगे.
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