दिल्ली में रहनेवाले 40 फीसदी लोग खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं. एक गैर सरकारी संगठन द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में यह दावा किया गया है. वहीं मुंबई में 14 फीसदी लोग खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं. दिल्ली में 28,624 परिवारों को इस सर्वेक्षण में शामिल किया गया था. इनमें से जवाब देने वालों में 40 फीसदी लोग राष्ट्रीय राजधानी में खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं. वहीं 50 फीसदी का मानना है कि यह शहर महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुरक्षित नहीं है.
दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित महानगर
मुंबई में इस सर्वेक्षण में जवाब देने वाले लोगों में से 21 फीसदी लोग शहर को महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुरक्षित नहीं मानते हैं. एक गैर सरकारी संगठन ‘प्रजा फाउंडेशन' ने ‘ स्टेट ऑफ पुलिसिंग एंड लॉ एंड ऑर्डर' पर अपनी रिपोर्ट बृहस्पितवार को प्रकाशित की. दिल्ली में कुशल और अकुशल श्रमिक वर्ग खुद को सबसे ज्यादा असुरक्षित महसूस करता है.
'रेप की राजधानी' दिल्ली : पिछले साल हर दिन बलात्कार के पांच से अधिक मामले दर्ज किए गए
पिछले साल की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली महिलाओं के लिए कितनी असुरक्षित है, इसका अनुमान आप 2017 में सामने आए बलात्कार के मामलों से लगा सकते हैं. दरअसल, दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पिछले साल हर दिन बलात्कार के औसतन पांच से अधिक मामले दर्ज किए गए. साथ ही, ज्यादातर घटनाओं में आरोपी पीड़िता का परिचित था. दिल्ली पुलिस द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक साल 2017 में बलात्कार के 2049 मामले दर्ज किए गए जो 2016 में 2064 थे. पिछले साल छेड़छाड़ के 3273 मामले दर्ज किए गए.
VIDEO: राजधानी दिल्ली में बढ़ रहा अपराध
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