दिल्ली में सीलिंग के विरोध में दूसरे दिन भी बाजार बंद रहे और व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किया.
- सीटीआई ने 100 से अधिक बाजारों में धरना प्रदर्शन किया
- चार फरवरी को व्यापारी राजघाट पर इकट्ठे होंगे
- दिल्ली में सीलिंग रुकवाने के लिए प्रार्थना की जाएगी
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नई दिल्ली:
दिल्ली में चल रही सीलिंग को लेकर व्यापारियों और मार्केट एसोसिएशनों का दिल्ली बंद दूसरे दिन भी पूरी तरह से सफल रहा. व्यापारियों के शीर्ष संगठन चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने सीलिंग के विरोध में 72 घंटे के दिल्ली बंद की घोषणा की है.
सीटीआई के कन्वीनर बृजेश गोयल और हेमंत गुप्ता ने कहा कि आज दिल्ली बंद के दौरान 2000 से अधिक बाजारों में सात लाख दुकानें और 1.5 लाख फैक्ट्रियां पूरी तरह से बंद रहीं. इस बंद को 750 से अधिक ट्रेड एसोसिएशनों और 20 से अधिक इंडस्ट्रियल एरिया ने समर्थन दिया.
यह भी पढ़ें : DDA की बैठक में तीन प्रस्ताव पास : कनवर्जन चार्ज में होगी भारी कमी, सीलिंग से मिलेगी राहत
शनिवार को सदर बाजार, चावड़ी बाजार, नया बाजार, भागीरथ प्लेस, कश्मीरी गेट, गांधीनगर, कृष्णा नगर, साउथ एक्स, ग्रेटर कैलाश, करोल बाग, राजौरी गार्डन, रोहिणी, पीतमपुरा, लाजपतराय मार्केट, मोरी गेट समेत दिल्ली के तमाम छोटे-बड़े बाजार पूरी तरह बंद रहे.
सीटीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता और महासचिव रमेश आहूजा ने बताया कि आज सीटीआई की ओर से 100 से अधिक बाजारों में धरना प्रदर्शन किया गया. आठ सौ से अधिक व्यापारी सदर बाजार में इकट्ठे हुए. उन्होंने वहां से पैदल मार्च करते हुए नया बाजार, खारी बावली और चांदनी चौक में जाकर प्रदर्शन किया. चार फरवरी को सभी व्यापारी गांधी जी की समाधि राजघाट पर इकट्ठे होंगे और दिल्ली में सीलिंग रुकवाने को लेकर प्रार्थना करेंगे.
VIDEO : सीलिंग का विरोध
सीटीआई का कहना है कि तुरंत एक बिल या अध्यादेश लाकर सीलिंग की कार्रवाई को रोका जाए और मास्टर प्लान एक्ट में बदलाव किया जाए. साथ में एफएआर बढाया जाए. सील की गई दुकानों को खोला जाए और स्पेशल एरिया का स्टेटस क्लियर किया जाए.कन्वर्जन चार्ज की पेनल्टी और ब्याज को पूरी तरह से खत्म किया जाए. जो दुकानदार पहले कन्वर्जन चार्ज दे चुके हैं उनसे यह शुल्क न वसूला जाए.
सीटीआई के कन्वीनर बृजेश गोयल और हेमंत गुप्ता ने कहा कि आज दिल्ली बंद के दौरान 2000 से अधिक बाजारों में सात लाख दुकानें और 1.5 लाख फैक्ट्रियां पूरी तरह से बंद रहीं. इस बंद को 750 से अधिक ट्रेड एसोसिएशनों और 20 से अधिक इंडस्ट्रियल एरिया ने समर्थन दिया.
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शनिवार को सदर बाजार, चावड़ी बाजार, नया बाजार, भागीरथ प्लेस, कश्मीरी गेट, गांधीनगर, कृष्णा नगर, साउथ एक्स, ग्रेटर कैलाश, करोल बाग, राजौरी गार्डन, रोहिणी, पीतमपुरा, लाजपतराय मार्केट, मोरी गेट समेत दिल्ली के तमाम छोटे-बड़े बाजार पूरी तरह बंद रहे.
सीटीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता और महासचिव रमेश आहूजा ने बताया कि आज सीटीआई की ओर से 100 से अधिक बाजारों में धरना प्रदर्शन किया गया. आठ सौ से अधिक व्यापारी सदर बाजार में इकट्ठे हुए. उन्होंने वहां से पैदल मार्च करते हुए नया बाजार, खारी बावली और चांदनी चौक में जाकर प्रदर्शन किया. चार फरवरी को सभी व्यापारी गांधी जी की समाधि राजघाट पर इकट्ठे होंगे और दिल्ली में सीलिंग रुकवाने को लेकर प्रार्थना करेंगे.
VIDEO : सीलिंग का विरोध
सीटीआई का कहना है कि तुरंत एक बिल या अध्यादेश लाकर सीलिंग की कार्रवाई को रोका जाए और मास्टर प्लान एक्ट में बदलाव किया जाए. साथ में एफएआर बढाया जाए. सील की गई दुकानों को खोला जाए और स्पेशल एरिया का स्टेटस क्लियर किया जाए.कन्वर्जन चार्ज की पेनल्टी और ब्याज को पूरी तरह से खत्म किया जाए. जो दुकानदार पहले कन्वर्जन चार्ज दे चुके हैं उनसे यह शुल्क न वसूला जाए.
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