
नोएडा एक्सप्रेस-वे पर बढ़ते ट्रैफिक के बीच अब एक और एक्सप्रेस-वे बनाने की तैयारी है. नोएडा अथॉरिटी की बोर्ड मीटिंग में नए एक्सप्रेस-वे को हरी झंडी मिल गई और सब कुछ सही रहा तो जल्द ही इसका काम शुरू हो जाएगा. इसके बन जाने के बाद से दिल्ली-एनसीआर से नोएडा और ग्रेटर नोएडा जाने जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा. नोएडा प्राधिकरण जल्द ही इस नए एक्सप्रेस-वे के प्रस्ताव को हरी झंडी दे सकती है.
ऐसे में लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए नया एक्सप्रेस-वे बनाने की तैयारी है. जिसका निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण यानी यूपीडी करेगी.

नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ संजय कुमार खत्री ने कहा कि जेवर का एयरपोर्ट बहुत जल्द शुरू होने वाला है. इसके अलावा जिस तरीके से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां बढ़ रही है, बहुत सारी इंडस्ट्रीज आ रही हैं, तो एक्सप्रेस-वे के किनारे एक वैकल्पिक एलिवेटेड रोड या एक्सप्रेस-वे की हमें जरूरत है.
ये नया एक्सप्रेस-वे 26 किलोमीटर का होगा, जिसे यमुना पुश्ता रोड पर बनाया जाएगा. एक्सप्रेस-वे को बनाने में 4 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च होने की संभावना है.
नया एक्सप्रेस-वे नोएडा के सेक्टर-94 स्थित अंतिम निवास गोलचक्कर के आगे से शुरू होगा और 135, 167, 149, 150, यमुना हिनडन को क्रॉस करते हुए यमुना एक्सप्रेस-वे से लगभग 6 से 7 किमी पर मिलाया जाएगा.

इसमें दो इंटरचेंज भी रहेगा. पहला इंटरचेंज सेक्टर-168 छपरौली के पास फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद से जोड़ा जाएगा, जिससे गाजियाबाद और नोएडा के सेक्टर-63 समेत आसपास के क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी. दूसरा इंटरचेंज सेक्टर-149 और सेक्टर 150 के बीच में होगा. नया एक्सप्रेस वे 6 लेन का होने की संभावना है. इस प्रोजेक्ट को महामाया फ्लाईओवर से भी जोड़ा जाएगा.
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जल्द ही शुरू होने वाला है, जिसके बाद नोएडा एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक का दबाव और बढ़ जाएगा. ऐसे में नए एक्सप्रेसवे के बनने से ना सिर्फ लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी, बल्कि समय की भी बचत होगी.
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