 
                                            डोरस्टेप डिलीवरी योजना की मॉनिटरिंग सीएम अरविंद केजरीवाल स्वयं कर रहे हैं.
                                                                                                                        - 14 सितंबर की शाम तक 6,058 अपॉइंटमेंट फिक्स हुए
- मोबाइल सहायक 1,046 घरों तक पहुंचे
- वेबसाइट के जरिए भी रजिस्ट्रेशन की संख्या बढ़ी
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                                                                                नई दिल्ली: 
                                        दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनकी सरकार की ऐतिहासिक योजना ‘डोर स्टेप डिलीवरी ऑफ सर्विसेस’ से जुड़ी छोटी-मोटी समस्याओं को जल्द दूर कर लिया जाएगा.
केजरीवाल ने अपने एक ट्वीट में शुक्रवार को कहा कि अभी छोटी-मोटी समस्याएं हैं. इनको सुलझाने के लिए हम काम कर रहे हैं. मैं खुद इसकी निगरानी कर रहा हूं. यह एक नया आइडिया है. हम उम्मीद करते हैं कि अगले कुछ दिनों में दिल्ली की जनता को इस स्कीम को लेकर कोई भी दिक्कत नहीं आएगी.
यह भी पढ़ें : डोर स्टेप डिलीवरी स्कीम को मिल रही दिल्ली वालों की सकारात्मक प्रतिक्रिया
‘डोर स्टेप डिलीवरी ऑफ सर्विसेस’ स्कीम के लॉन्च से लेकर 14 सितंबर, शाम 5 बजे तक 6,058 अपॉइंटमेंट फिक्स हुए हैं. इसके अलावा मोबाइल सहायकों ने 1,046 घरों की विजिट की है. योजना शुरू होने के पांचवें दिन भी ‘डोर स्टेप डिलीवरी ऑफ सर्विसेस’हेल्पलाइन 1076 पर फोन करके विभिन्न सरकारी सेवाओं की रिक्वेस्ट कर रहे हैं. इसके अलावा काफी तादात में लोग अब वेबसाइट के जरिए भी रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं. सरकारी वेबसाइटों पर एक बैनर के साथ एक लिंक क्रिएट किया गया है जहां कोई भी व्यक्ति अपना रजिस्ट्रेशन करा सकता है. रजिस्ट्रेशन के बाद कॉल सेंटर की तरफ से उसे कॉल जाएगी.
VIDEO : डोर स्टेप डिलीवरी का रियलिटी चेक
शुरुआती के अनुभव के आधार पर बैक-एंड सिस्टम को मजबूत किया गया है. फोन लाइनों की संख्या बढ़ाई गई है. ऑपरेटरों की संख्या में भी इजाफा किया गया है. इससे इस व्यवस्था को पहले से ज्यादा सुचारु रूप से चलाने में मदद मिली है. अब कॉल कनेक्ट होने में कोई भी समस्या नहीं आ रही है. जिन लोगों की कॉल वेटिंग जा रही है उनको एमएमएस भेजा जा रहा है. उनको कॉल बैक किया जाएगा. ऐसे लोगों को कॉल बैक करने के लिए एक अलग से टीम बनाई गई है.
                                                                        
                                    
                                केजरीवाल ने अपने एक ट्वीट में शुक्रवार को कहा कि अभी छोटी-मोटी समस्याएं हैं. इनको सुलझाने के लिए हम काम कर रहे हैं. मैं खुद इसकी निगरानी कर रहा हूं. यह एक नया आइडिया है. हम उम्मीद करते हैं कि अगले कुछ दिनों में दिल्ली की जनता को इस स्कीम को लेकर कोई भी दिक्कत नहीं आएगी.
यह भी पढ़ें : डोर स्टेप डिलीवरी स्कीम को मिल रही दिल्ली वालों की सकारात्मक प्रतिक्रिया
‘डोर स्टेप डिलीवरी ऑफ सर्विसेस’ स्कीम के लॉन्च से लेकर 14 सितंबर, शाम 5 बजे तक 6,058 अपॉइंटमेंट फिक्स हुए हैं. इसके अलावा मोबाइल सहायकों ने 1,046 घरों की विजिट की है. योजना शुरू होने के पांचवें दिन भी ‘डोर स्टेप डिलीवरी ऑफ सर्विसेस’हेल्पलाइन 1076 पर फोन करके विभिन्न सरकारी सेवाओं की रिक्वेस्ट कर रहे हैं. इसके अलावा काफी तादात में लोग अब वेबसाइट के जरिए भी रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं. सरकारी वेबसाइटों पर एक बैनर के साथ एक लिंक क्रिएट किया गया है जहां कोई भी व्यक्ति अपना रजिस्ट्रेशन करा सकता है. रजिस्ट्रेशन के बाद कॉल सेंटर की तरफ से उसे कॉल जाएगी.
VIDEO : डोर स्टेप डिलीवरी का रियलिटी चेक
शुरुआती के अनुभव के आधार पर बैक-एंड सिस्टम को मजबूत किया गया है. फोन लाइनों की संख्या बढ़ाई गई है. ऑपरेटरों की संख्या में भी इजाफा किया गया है. इससे इस व्यवस्था को पहले से ज्यादा सुचारु रूप से चलाने में मदद मिली है. अब कॉल कनेक्ट होने में कोई भी समस्या नहीं आ रही है. जिन लोगों की कॉल वेटिंग जा रही है उनको एमएमएस भेजा जा रहा है. उनको कॉल बैक किया जाएगा. ऐसे लोगों को कॉल बैक करने के लिए एक अलग से टीम बनाई गई है.
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