प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहे कोरोनावायरस वैक्सीनेशन (Coronavirus Vaccination) को आम आदमी पार्टी (AAP) ने घोटाला करार दिया है. AAP नेता और विधायक आतिशी (Atishi) ने केंद्र से सवाल पूछा है कि क्या केंद्र सरकार घोटाला कर रही है. उन्होंने कहा, 'दिल्ली में युवाओं के लिए वैक्सीनेशन पूरी तरह बंद है. सरकारी प्रक्रिया के तहत स्कूलों में एक भी वैक्सीन नहीं लग रही है. सिर्फ दिल्ली ही नहीं देशभर में युवाओं का वैक्सीनेशन बंद है लेकिन प्राइवेट हॉस्पिटल में धड़ल्ले से वैक्सीनेशन चल रहा है. कोविन वेब पोर्टल पर अलग-अलग जिलों में प्राइवेट हॉस्पिटल में वैक्सीनेशन का ऑप्शन है.'
आतिशी ने कहा, 'प्राइवेट अस्पताल में वैक्सीनेशन 900 रुपये, अन्य अस्पतालों में 1200 रुपये, 1300 रुपये एक वैक्सीन के डोज लगाने के लिए जा रहे हैं. ये एक बहुत बड़ा घोटाला देशभर में हो रहा है कि देश और दिल्ली में फ्री वैक्सीनेशन बंद हैं क्योंकि वैक्सीन की कंपनियां राज्य सरकारों को वैक्सीन नहीं दे रही हैं.'
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उन्होंने कहा, 'वहीं दूसरी तरफ प्राइवेट हॉस्पिटल में महंगे दाम में युवाओं का धड़ल्ले से वैक्सीनेशन किया जा रहा है. एक डोज की वैक्सीन के 1000 से 1300 रुपये तक लिए जा रहे हैं. इसका अर्थ है कि एक परिवार में अगर परिवार में 5 सदस्य हैं तो 2 डोज का एक परिवार का 10 से 15 हजार का खर्चा है. केंद्र सरकार से पूछना चाहते हैं कि ये कैसा घोटाला है? आज प्रधानमंत्री कहते हैं कि आपदा में अवसर है, तो क्या ये अवसर केंद्र सरकार ने निकाला है?'
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बताते चलें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि देश में अब तक COVID-19 टीकों की लगाई गईं खुराकों की कुल संख्या 20.54 करोड़ को पार कर गई है. इनमें 98,27,025 हेल्थ वर्कर्स और 1,53,39,068 फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं जिन्होंने पहली खुराक ली है. 67,47,730 स्वास्थ्यकर्मियों और 84,19,860 अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले कर्मियों ने वैक्सीन की दोनों खुराक ले ली हैं.
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