
- कुछ यूजर्स को क्रिप्टो स्कैम्स के कारण बड़ा नुकसान हुआ है
- LinkedIn ने पिछले वर्ष 3.2 करोड़ से अधिक संदिग्ध एकाउंट्स को हटाया था
- माइक्रोसॉफ्ट की इस साइट पर धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं
क्रिप्टोकरेंसीज से जुड़े ठगी के मामले पिछले कुछ महीनों में बढ़े हैं. ठगी के लिए क्रिप्टो स्कैमर्स अब LinkedIn को भी जरिया बना रहे हैं. अमेरिका की इनवेस्टिगेशन एजेंसी FBI ने यह जानकारी दी है. क्रिप्टो स्कैमर्स प्रोफेशनल फाइनेंशियल एडवाइजर्स के तौर पर खुद को पेश कर LinkedIn यूजर्स से संपर्क कर रहे हैं. इन यूजर्स को स्कैम वाली स्कीम्स की पेशकश की जा रही है.
CNBC की एक रिपोर्ट में FBI के स्पेशल एजेंट Sean Ragan के हवाले से बताया गया है कि कुछ यूजर्स को क्रिप्टो स्कैम्स के कारण 2 लाख डॉलर से लेकर 16 लाख डॉलर तक का नुकसान हुआ है. Ragan ने कहा, "इस प्रकार की ठगी पर रोक लगाना जरूरी है क्योंकि इसके बहुत से शिकार हो सकते हैं. बहुत से लोगों को इससे नुकसान हो चुका है." ठगी के इस तरीके में स्कैमर्स शुरुआत में LinkedIn यूजर्स को इनवेस्टमेंट पर एडवाइज देकर उनका विश्वास हासिल करने की कोशिश करते हैं. कुछ महीने बाद यूजर्स को स्कैमर्स की ओर से चलाई जा रही साइट्स में इनवेस्टमेंट करने के लिए कहा जाता है.
Ragan ने बताया, "इस तरह अपराधी कमाते हैं और इस पर वे अपना ध्यान लगाते हैं. वे हमेशा लोगों को ठगने के अलग तरीके खोजते हैं." LinkedIn का कहना है कि उसके प्लेटफॉर्म पर धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं. सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के मालिकाना हक वाले इस प्रोफेशनल प्लेटफॉर्म की शुरुआत लगभग 20 वर्ष पहले हुई थी. इसका इस्तेमाल दुनिया भर से 83 करोड़ से अधिक यूजर्स करते हैं. यूजर्स की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए LinkedIn ने पिछले वर्ष 3.2 करोड़ से अधिक संदिग्ध एकाउंट्स को हटाया था.
LinkedIn के सीनियर डायरेक्टर Oscar Rodriguez ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया, "अपने मेंबर्स को सुरक्षित रखने के लिए हम जाली एकाउंट्स, जाली इनफॉर्मेशन और संदिग्ध स्कैम को पकड़ने के लिए मैनुअल और ऑटोमेटेड तरीको में इनवेस्टमेंट करते हैं. मेंबर्स को धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहने के बारे में हम अधिक जानकारी भी देना चाहते हैं." LinkedIn ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि उसने ऑटोमेटेड तरीकों के जरिए पिछले वर्ष जुलाई से दिसंबर के बीच स्पैम और स्कैम्स में से लगभग 99.1 प्रतिशत को पकड़ लिया था.