आर्मी अफसरों के साथ धोखाधड़ी करने वाले चार लोगों को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है. आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड ( AGIF) के नाम पर ये लोग आर्मी अफसरों को बड़ी रकम का फायदा बताकर तीन से चार लाख की बात करके उनसे 30 से 40 हजार रुपये प्रोसेसिंग फीस के नाम पर मांगते थे. पैसा लेने के बाद ये लोग अपने फोन बंद कर देते थे. पुलिस के मुताबिक एक पीड़ित कर्नल जीएम खान अब तक इन आरोपियों को 1,02,24000 रुपये दे चुके हैं. इनके अलावा 12 और अफसर इन जालसाजों के जाल में फंसकर उनके बैंक एकाउंट में बड़ी रकम ट्रांसफर करके धोखा खा चुके हैं.
अब तक यह आरोपी 54 आर्मी अफसरों को निशाना बनाने की कोशिश कर चुके हैं जिसमे से 13 अफसरों से लगभग 1.15 करोड़ रुपये की ठगी हो चुकी है. शिकायत के बाद पुलिस ने 2019 में केस दर्ज किया था. ईओडब्ल्यू ने 50 बैंक एकाउंटों को वेरिफाई किया उनके एड्रेस को खंगाला, लेकिन ये सब फर्जी निकले. जांच में पता चला कि बैंक एकाउंट राम नरेश और राम सागर नाम के दो लोगों ने अलग-अलग कंपनियों के नाम से खोले थे.
बैंक एकाउंट में जैसे ही पैसे भेजे जाते थे, ये जालसाज एकाउंट से तुरंत पैसे निकाल लेते थे. जांच में पता लगा कि आरोपी प्रभात कुमार सेल्फ चैक के जरिए खुद कैश निकाल लिया करता था.
जांच के बाद पुलिस ने चार आरोपी प्रभात कुमार, रूपेश कुमार, राम नरेश और राम सागर को दिल्ली, फरीदाबाद और कानपुर से गिरफ्तार किया है. चारों आरोपियों की पुलिस कस्टडी लेकर इनकी निशानदेही पर और आरोपियों की तलाश की जा रही है.
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