"यूने लकी ड्रा" के नाम पर पोंजी योजना चलाने के मामले में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने 59 लोगों से डेढ़ करोड़ से ज्यादा की ठगी की. आर्थिक अपराध शाखा की ज्वाइंट कमिश्नर छाया शर्मा के मुताबिक विमला वर्मा नाम की महिला और कुछ और लोगों ने आरोप लगाया है कि उन्हें अंबेश तिवारी और उनके साथी अरुण कुमार शुक्ला द्वारा 15 महीने में पैसा दोगुना करने के लिए अंबेश तिवारी की फर्म "यूएन एंटरप्राइज" में धोखाधड़ी पोंजी योजना में निवेश करने का लालच दिया गया.
आरोपियों ने एकमुश्त 10000 रुपये या 15 हजार रुपये 15 महीने तक जमा करने पर 20 हजार वापस करने का आश्वासन दिया था और ये भी कहा कि उन्हें 1 हज़ार रुपया हर महीने मिलेगा. इस तरह 59 लोगों ने डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश कर दिए. लेकिन किसी भी निवेशक को कोई पैसा नहीं मिला, अब तक 59 पीड़ितों की कुल 10 शिकायतें प्राप्त हुई हैं.
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की. पता चला कि आरोपी फरार हैं. आरोपी की कंपनी के बैंक खातों की जांच की गई और जांच के बाद आरोपी अरुण शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी अरुण कुमार शुक्ला अमेठी का रहने वाला है और 12वीं पास है. यह पोंजी स्कीम चलाने के पहले वह मार्केटिंग सेल्स एक्जीक्यूटिव के पद पर कई कंपनियों में काम कर चुका है. आरोपी बैंक्वेट हॉल में सेमिनार आयोजित करते थे और निवेशकों को अपनी योजनाओं के बारे में बताते थे. फिलहाल अरुण ज़ेवर में प्रापर्टी डीलर के तौर पर काम कर रहा था. इस मामले में कुछ और आरोपियों की तलाश जारी है.
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