दिल्ली के शाहदरा जिले की पुलिस ने एक फ़र्ज़ी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक ये पीएम मुद्रा लोन देने के नाम पर सैकड़ों लोगों से ठगी कर चुके हैं. शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा के मुताबिक वीरेंद्र कुमार नाम के एक शख्स ने शिकायत करते हुए बताया कि वो अपना नया कारोबार शुरू करने के लिए इंटरनेट पर लोन के लिए सर्च कर रहा था तभी उसे 2 दिन बाद एक फोन आया और फोन करने वाले ने बताया कि वो बहुत कम ब्याज पर 10 लाख रुपये का पीएम मुद्रा लोन दिलवा देगा. बस लोन मिलने के पहले फ़ाइल चार्ज ,जीएसटी चार्ज और दूसरे चार्ज देने होंगे.
उन्होंने बताया कि वीरेंद्र ने भरोसा करते हुए करीब 51 हज़ार रुपये फोन करने वाले के अकॉउंट में डाल दिए. उसके बाद वो फोन नम्बर बन्द हो गया. फिर वीरेंद्र की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया और विवेक विहार की जिस एसबीआई बैंक के एक अकॉउंट में पैसे जमा किए गए थे, उसका पता लगाया.
बैंक के लोगों ने बताया अकॉउंट होल्डर यूपी के सिकंदराबाद में रहता है. उसके बाद पुलिस सिकंदराबाद पहुंची तो पता चला कि वो शख्स ग्रेटर नोएडा के कासना में रहता है और वहां नौकरी कर रहा है. पुलिस ने कासना ने आखिरकार अकॉउंट होल्डर ब्रम्हानंद को गिरफ्तार कर लिया.
ब्रम्हानंद ने बताया कि उसने अपना अकॉउंट सिकंदराबाद के रहने वाले आकाश पंवार नाम के एक शख्स को प्रयोग करने के लिए दिया है. हर लेनदेन में उसे 10 प्रतिशत कमीशन मिल जाता है. पुलिस ने जब आकाश को पकड़ा तो उसने बताया कि उसने कई लोगों के अकॉउंट उन्हें 10 से 20 प्रतिशत कमीशन देकर प्रयोग करता है और ये ग़ाज़ियाबाद के सोनू कुमार के कहने पर करता है. इसके बाद पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार कर लिया. सोनू ने बताया कि वो नोएडा के सेक्टर 62 में एक फ़र्ज़ी कॉल सेंटर चलाता है और वहीं से लोन लेने की चाह रखने वालों को लोन देने के कॉल करवाता है. उसने बताया कि वो सिकंदराबाद में कई लोगों को 10 से 20 प्रतिशत कमीशन देकर उनके अकाउंट में ठगी का पैसा जमा करवाता है. अब तक वो सैकड़ों लोगों को ठग चुका है. उसके पास से 12 मोबाइल और 24 सिम कार्ड बरामद हुए हैं.
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