दिल्ली के रोहिणी इलाके में एक नाबालिग लड़के का अपहरण कर उसे एक फ्लैट में रखा गया था. उसकी हत्या करने की प्लानिंग की जा रही थी लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करके नाबालिग लड़के को रिहा करा लिया.
पुलिस के मुताबिक 1 अक्टूबर को एक बच्चे के अगवा होने की सूचना शाहाबाद डेरी थाने में मिली. इस सूचना के बाद केस दर्ज कर जांच शुरू की गई. इसी बीच 3 अक्टूबर को भलस्वा डेरी पुलिस थाने इलाके में आरोपी मोनू और अशोक को गिरफ्तार कर लिया. उनकी निशानदेही पर 4 अक्टूबर को रोहिणी इलाके के उत्सव अपार्टमेंट से अगवा बच्चे को रिहा करा लिया गया.
आरोपी मोनू ने पूछताछ में बताया कि उसकी चचेरी बहन की शादी पीड़ित के मामा से हुई है लेकिन पीड़ित का मामा उसकी चचेरी बहन को परेशान करता है, इसलिए उसकी बहन अब अकेली रहती है. उसने सबक सिखाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया. उसने उत्सव अपार्टमेंट में 3 हज़ार रुपये में फ्लैट किराये पर लिया और 30 सितंबर को बच्चे को अगवा कर इसी फ्लैट में ले आए. दोनों की प्लानिंग बच्चे को मारने की थी. आरोपी मोनू पेशे से ड्राइवर है जबकि अशोक बाइक रिपेयर करने का काम करता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं