आईपीएल क्रिकेट मैच सट्टेबाजी में STF ने बड़ी कार्रवाई की है. एसटीएफ की कई टीम ने छापेमारी करते हुए कानपुर से सट्टेबाजी के सरगना जितेन्द्र उर्फ जीतू सहित आशीष ,सुमित ,मोहित वा हिमांशु जैसे सटोरियों को गिरफ्तार किया है. वहीं वाराणसी से अशोक सिंह ,सुनील पाल वा विक्की खान को गिरफ्तार किया. एसटीएफ ने वाराणसी से 27.75 लाख रुपए नकद व मोबाइल फ़ोन बरामद किए.कानपुर से 2.75लाख रुपया कैष 5 लैपटॉप ,3 स्मार्ट टीवी ,राऊटर, वाईफाई,अडैप्टर ,कनेक्टर ,30 मोबाइल फ़ोन ,375 विदेशी मुद्रा दिरहम आदि समान बरामद हुए. कानपुर से ही दो ऑनलाइन सट्टेबाजी के बॉक्स भी बरामद हुए. प्रत्येक बॉक्स से से 10- 10 बुकी एक साथ ऑनलाइन सट्टेबाजी करते हैं.
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बेटिंग बॉक्स में माइक व स्पीकर की भी रहती है व्यवस्था. जिसमें बातचीत को (conversation) को रिकॉर्ड किये जाने की भी है व्यवस्था य बेटिंग विवाद की दशा मे रिकॉर्डिंग सुनाकर कर सुलझाते हैं मामला. ऑनलाइन ऐप्प ऑरेंज को लैपटॉप पर डाउनलोड करने की बात सामने आई. जिससे मुख्य सटोरिए जीतू को भाव पता चलता है. जिससे बेटिंग बॉक्स से लगे माइक से घोषणा कर ऑनलाइन फोन के मध्यम से छोटे बुकी को दी जाती है सूचना. एसटीएफ की छापेमारी के दौरान मौके से फरार अजय सिंह की फॉर्च्यूनर गाडी वा जीतू की मर्सिडीज कार भी बरामद हुई है. पता चला कि जीतू के माध्यम से बीस की संख्या मे बुकी ऑनलाइन बेटिंग का काम करते हैं.
तफ्तीश में सामने आया कि सटोरिए जीतू की ऑनलाइन सट्टेबाजी में रायपुर ,अजमेर ,जयपुर , मुंबई ,दिल्ली,वा दुबई के सटोरियों से तार जुड़े हैं. कानपुर , लखनऊ , फतेहपुर, वाराणसी प्रयागराज , आदि स्थानों पर जगह बदल बदल कर करते है कारोबार.पकड़े गए अभियुक्तों की आमदनी को कोई स्थाई स्त्रोत नहीं मिला. अभियुक्तों ने बताया कि सट्टेबाजी की धनराशि का लेनदेन हवाला के जरिए होता है. सरगना जीतू ने दुबई मे रहकर कई वर्षों तक ऑनलाइन ट्रेडिंग का काम किया और फिर उससे अर्जित पैसे से उसने मुंबई,कानपुर ,लखनऊ,फतेहपुर में करोड़ों के मकान खरीदे.
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