राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की एक रिपोर्ट के अनुसार 2021 में राष्ट्रीय राजधानी में इससे पिछले वर्ष की तुलना में साइबर अपराध में 111 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है. मामले बढ़ने का सबसे बड़ा कारण यौन शोषण बताया गया है. आंकड़ों के अनुसार, इनमें से अधिकतर मामले ऑनलाइन धोखाधड़ी, ऑनलाइन उत्पीड़न, कामुक सामग्री के प्रकाशन आदि से जुड़े थे. दिल्ली पुलिस द्वारा साइबर अपराध के लिए एक अलग शाखा के साथ-साथ एक सोशल मीडिया सेंटर बनाने के बावजूद इन मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है.
आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल साइबर अपराध के 356 से अधिक मामले सामने आए, जिसमें से अधिकतर अपराधियों के खिलाफ कामुक सामग्री के प्रकाशन और प्रसारण के संबंध में मामला दर्ज किया गया है.
आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि इन अपराधों को अंजाम देने का मकसद धोखाधड़ी, यौन शोषण और जबरन वसूली करना था. शिकायत करने वालों में ज्यादातर 12 से 17 साल की उम्र की नाबालिग लड़कियां थीं.
पुलिस उपायुक्त (साइबर अपराध) के.पी.एस. मल्होत्रा ने कहा, ‘‘ कोविड-19 (वैश्विक महामारी) के बाद से हम ऑनलाइन मामले अधिक दर्ज कर रहे हैं. हमने वित्तीय धोखाधड़ी और यौन शोषण के मामलों में वृद्धि देखी है.''
उन्होंने कहा, ‘‘ हम केवल शिकायतों का ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पोस्ट का भी संज्ञान लेते हैं.''
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं