इंग्लैंड की टीम भारत से सीरीज में 1-3 से पिछड़ गई है. और हो सकता है कि आखिरी टेस्ट मैच में धर्मशाला में भी उसे हार का सामना करना पड़े. चार टेस्ट मैचों के बाद कहानी यह है कि इंग्लैंड की टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC 2023-25) के सफर में फिलहाल प्वाइंट्स टेबल (WTC Points Table) में नीचे से दूसरे नंबर पर पहुंच गई है. उसके बाद नौवें और आखिरी नंबर पर श्रीलंका है. अभी तक इंग्लैंड ने सबसे ज्यादा नौ टेस्ट मैच खेले हैं. और इसमें 3 जीत और 5 में हार के साथ उसका जीत प्रतिशत सिर्फ 19.44 का है. WTC चक्र पूरा होने में करीब 18 महीने का समय बाकी है, लेकिन ऐसा लगता है कि फाइनल की टीमों की तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है. कम से एक टीम के बारे में तो ऐसा कहा ही जा सकता है. भारत को फाइनल के लिए मुश्किल चुनौती मिलती दिख रही है, तो इंग्लैंड के हालात बहुत ही अव्यावहारिक हो चले हैं. अंग्रेज अभी भी 18 महीने के समय में फाइनल के लिए क्वालीफाई कर सकते हैं, लेकिन यह एवरेस्ट चढ़ना जैसा हो चला है और बहुत हद तक चमत्कार जैसा. पिछली एशेज सीरीज में स्लो-ओवर के कारण उसके 19 प्वाइंट काट लिए गए और वर्तमान में उसके 21 ही प्वाइंट हैं. भारत की जीत प्रतिशत फिलहाल 64.58 है और अनुमान के हिसाब से साठ प्रतिशत रखने वाली टीम फाइनल में पहुंच जाती है.
इंग्लैंड को अभी धर्मशाला में आखिरी टेस्ट मैच खेलना है. इसके बाद इंग्लैंड अपने घर में विंडीज के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा. इसके बाद वह श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज की मेजबानी करेंगे. वहीं पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन-तीन टेस्ट मैच खेलने के साथ ही उसक 2024-25 सीजन खत्म हो जाएगा. मतलब यह है कि इंग्लैंड को 13 टेस्ट खेलने हैं, लेकिन इंग्लिश टीम के सामने मुश्किलें ही मुश्किलें हैं.
इंग्लैंड अब तेरा क्या होगा!
इंग्लिश टीम अधिकतम प्वाइंट हासिल कर लेती है, तो उसके "संपूर्ण WTC चक्र" में उपलब्ध 264 में से कुल 177 प्वाइंट्स मिल जाएंगे. और यह बात उसका जीत प्रतिशत 67.04 कर देगी. लेकिन यह भी वास्तविकता है कि इंग्लिश टीम सबी 13 टेस्ट नहीं जीत सकती. वहीं, साल 2022 में पाकिस्तान में 3-0 से सीरीज जीत के बावजूद यह जगह उसके लिए मुश्किल है. अगर इंग्लैंड विंडीज और श्रीलंका के खिलाफ हावी भी रहता है, तो वर्षा प्रभावित ड्रॉ उनके घर में एक सामान्य बात है
इंग्लैंड के सामने हालात चुनौतीपूर्ण हैं. अगर वे अपने बचे 13 टेस्ट मैचों में 2 ही मैच हारते हैं, तो उनका जीत प्रतिशत 57.95 पर सिमट जाएगा. और वर्तमान में टेबल की स्थिति देखते हुए कम से को दो टीम ऐसी हैं, जो इस सूरत में भी जीत प्रतिशत के मामले में इंग्लैंड से बेहतर रहेंगी.
भारत को मिल रहा कड़ा कॉम्पिटीशन
भारत का जीत प्रतिशत फिलहाल 65.58 है. टीम रोहित को अभी 11 टेस्ट और खेलने हैं और इसमें से 6 अपने घर में हैं. पिछले दस साल मे भारत ने घर में खेले 56 टेस्ट मैचों में केवल छह मैच ही गंवाए हैं. अगले साल बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज का मतलब है जीत प्रतिशत और बढ़ा देना. भारत के सामने बड़ा चैलेंज ऑस्ट्रेलिया में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज होगी. लेकिन भारत अगर अपने बचे हुए मैचों में तीन टेस्ट हार भी जाता है, तो भी टेबल में टीम रोहित 69.29 के साथ समापन करेगी. लेकिन फाइनल के लिए भारत को ऑस्ट्रेलिया (नंबर तीन, 55 प्रतिशत) से चुनौती मिलेगी
न्यूजीलैंड का फाइनल पक्का है!
वहीं, टॉप पर चल रही न्यूजीलैंड को अभी दस टेस्ट मैच और खेलने हैं. इसमें से पांच उसे अपने घर पर खेलने हैं. न्यूजीलैंड ने साल 2012 में अपने घर में खेले 51 मैचों में से सिर्फ 7 ही टेस्ट गंवाए हैं. अगर कीवी बचे टेस्ट में से केवल छह में जीत दर्ज कर पाते हैं और एक में ड्रॉ खेलते हैं, तो भी उनका जीत प्रतिशत वर्तमान (75) ही रहेगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं