कटक के बाराबती स्टेडियम में मैच रैफरी क्रिस ब्रॉड की पेशानी पर पड़े बल, मैच के बीच टीम इंडिया का 'बैठ जाना' और बाउंड्री रोप के बाहर मैदान पर बने बोतलों के इस डंपिंग यार्ड की तस्वीरें - भारतीय हार का दर्द और भी बढ़ा देती हैं। टी-20 सीरीज़ में टीम इंडिया की लगातार दूसरी हार को लेकर फैन्स चाहे कितने भी फिक्रमंद हों, 'कैप्टन कूल' महेंद्र सिंह धोनी ने टीम से उम्मीदें नहीं छोड़ी हैं।
कप्तान कहते हैं, "हमने पहले भी ऐसा प्रदर्शन किया है, लेकिन अहम बात यह है कि हम उसके बाद वापसी कैसे करते हैं। इस टीम की सकारात्मक बात यह है कि इसे वापसी करना आता है, हमारा प्रदर्शन वर्ल्ड कप में अच्छा था, लेकिन उससे ठीक पहले की ट्राई-सीरीज़ में हम अच्छा नहीं कर पाए थे। अब अहम यह है कि हम कोलकाता में कैसा प्रदर्शन करते हैं और फिर उससे आगे वन-डे सीरीज़ में किस अंदाज़ में मैदान पर उतरते हैं।"
सबक नहीं लिया
हालांकि यह कहने के बावजूद महेंद्र सिंह धोनी को इस बात की फिक्र ज़रूर है कि टीम ने पहले मैच की गलतियों से सबक नहीं लिया। उन्होंने मैच के बाद यह कहा भी कि खिलाड़ियों का एक साथ (एक के बाद एक) आउट होना नए बल्लेबाज़ों की मुश्किलें बढ़ा रहा था।
गौरतलब है कि शिखर धवन ने 28 के स्कोर पर विकेट गंवाया था, और विराट कोहली 30 के स्कोर पर पैवेलियन लौटे। उसके बाद रोहित शर्मा ने 43 के स्कोर पर विकेट गंवाया तो अंबाती रायुडू ने 45 पर। खुद एमएसडी 67 के स्कोर पर आउट हुए, और उनके बाद सुरेश रैना और हरभजन सिंह 69 के स्कोर पर। यही नहीं, इसके बाद अक्षर पटेल भी 85 के स्कोर पर विकेट गंवा बैठे, और फिर भुवनेश्वर भी उसी स्कोर पर।
लगातार विकेट गिरने से फिक्रमंद
खिलाड़ी विकेट गंवाते रहे और कटक की पिच पर नए बल्लेबाज़ मुश्किल हालात से फौरन निकलने का रास्ता नहीं ढूंढ पाए। 'कैप्टन कूल' कहते हैं, "पिछले मैच में वाकई हमने अच्छी बल्लेबाज़ी की थी। हम रन आउट होने और लगातार विकेट गिरने को लेकर फ़िक्रमंद थे। इस गेम में हम उसी पहलू की वजह से बैकफुट पर रहे, दो बार हमने दो से पांच रनों के अंतर पर तीन विकेट गंवाए।"
दूसरी ओर, रविचंद्रन अश्विन (24 रन देकर तीन विकेट) का शानदार फॉर्म टीम इंडिया के लिए राहत की बात है। टी-20 सीरीज़ में अश्विन की गेंदबाज़ी और दूसरे स्पिनर्स के फॉर्म के सहारे कप्तान एक बार फिर वापसी की उम्मीद कर रहे हैं। धोनी कहते हैं, "स्पिनर्स हमारी ताकत रहे हैं, उन्हें पिच से बहुत ज़्यादा मदद नहीं मिल रही। वह अपने अनुभव से पिच की उछाल से मदद ले रहे हैं और लो-बाउंस होने पर सही लेंथ ढूंढ रहे हैं, इसलिए कटक में हमारे स्पिनर्स को इतने विकेट मिले। वे हमारी ताकत हैं, जब वे अच्छा नहीं करते, टीम भी अच्छा नहीं करती।"
पहले दो मैचों में टीम इंडिया ने जो गलतियां की हैं, उनका खिलाड़ियों और टीम मैनेजमेंट को अंदाज़ा है। खिलाड़ी उसे दूर करने की कोशिश भी कर रहे हैं। कोलकाता में होने वाले तीसरे टी-20 में फैन्स को टीम इंडिया से और टीम इंडिया को फैन्स से उम्मीद रहेगी कि कोई भी अपना 'प्रदर्शन' न दोहराए।