जब भारतीय क्रिकेटरों के लगातार छक्कों की चर्चा होती है, तो फैंस को साल 2007 में दक्षिण अफ्रीका में खेले गए युवराज सिंह की याद आती है, जब इस लेफ्टी बल्लेबाज ने लगातार छह छक्के जड़कर दुनिया को दांत तले उंगली दबाने पर मजबूर कर दिया था. लेकिन युवराज से पहले और खासकर जब बात टेस्ट क्रिकेट की आती है, तो एक ऐसा ही कारनामा दिग्गज कपिल देव (Kapil Dev Birth Day) ने किया. यह टेस्ट साल 1990 में जुलाई 26 से 31 तक इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेला गया टेस्ट था, जो कई पहलुओं से ऐतिहासिक माना जाता है. कपिल देव के 63वें जन्मदिन (Kapil Dev Birth Day) के मौके पर उनके सबसे यादगार में से एक इस कारनामे के बारे में जान लें.
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इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी चार विकेट पर 653 रन बनाकर घोषित की थी. यह वही पारी थी, जिसमें विकेटकीपर किरन मोरे ने ग्राह्म गूच का कैच तब छोड़ा था, जब वह 33 रन पर थे. और यह कैच यहां से पूरे तीन सौ रन और महंगा साबित हुआ. गूच ने 333 रन की पारी खेली थी.
और जब भारत पहली पारी में बैटिंग कर रहा था, तो हालात उस जगह आकर खड़े हो गए, जहां से भारत को फॉलोऑन टालने के लिए चौबीस रन की जरूरत थी और उसके नौ विकेट गिर चुके थे. दूसरे छोर पर नरेंद्र हिरवानी थे और कपिल को भरोसा था कि हिरवानी जल्द ही आउट हो जाएंगे.और ऐसे में कपिल देव ने निर्णय लिया.
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जब हिरवानी पारी के 115वें ओवर की पहली ही गेंद पर आउट होने से पिछले ओवर में ऑफ स्पिनर एडी हैमिंग्स गेंदबाजी के लिए आए. यहां से भारत को फॉलोऑन टालने के लिए 24 रन बनाने थे. और इस ओवर में कपिल देव ने एक के बाद एक लगातार चार गेंदों पर बहुत ही लंबे और बेहतरीन छक्के जड़ते हुए फॉलोऑन टाल दिया. कपिल का अनुमान सही निकला. हिरवानी अगले ओवर की पहली ही गेंद पर आउट हो गए.
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