ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मिचेल जॉनसन के साथ ब्रैड हैडिन
नई दिल्ली:
ऐशेज़ के शुरू होने में अभी करीब हफ्ते भर का वक्त बचा है और दोनों टीमों के बीच हमेशा की तरह जुबानी जंग तेज होती जा रही है। ऑस्ट्रेलिया के 37 साल के विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रैड हैडिन ने दावा किया है कि उनकी टीम ऐशेज़ में ज़रूर जीत हासिल करेगी।
हैडिन तीसरी बार इंग्लैंड में हो रही ऐशेज़ सीरीज़ का हिस्सा होंगे और उनका इरादा अपने टेस्ट करियर को हार के साथ ही ख़त्म करने का तो बिल्कुल नहीं है।
ब्रैड हैडिन कहते हैं, 'हम न्यूज़ीलैंड नहीं हैं। हमने वर्ल्ड कप का फ़ाइनल जीता है। हम वैसे ही खेलेंगे, जैसे हम खेलते हैं और जो हमारे खेल के मुताबिक है और अगर आपको वो पसंद है तो पसंद है।'
दरअसल, इससे पहले इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन ने दावा किया था कि ऐशेज़ में इंग्लैंड टीम उसी अंदाज़ में खेलेगी जैसे वह न्यूज़ीलैंड के खिलाफ खेली थी। इत्तिफ़ाकन क़रीब महीने भर पहले ही ख़त्म हुई वो सीरीज़ 1-1 से ड्रॉ रही थी।
वनडे क्रिकेट को पहले से ही अलविदा कह चुके हैडिन लगभग चेतावनी के अंदाज़ में कहते हैं कि उनकी टीम के दो खिलाड़ी (मिचेल स्टार्क और मिचेल जॉनसन) 150 किलोमीटर प्रति घंटा की तेज़ रफ़्तार से गेंद डालते हैं। इन खिलाड़ियों का काम विपक्षी खिलाड़ियों को काबू में करना और ऑस्ट्रेलियाई टीम का दबदबा कायम करना है।
हैडिन को अपनी टीम के वर्ल्ड चैंपियन होने पर गर्व है और इसको वो ऐशेज़ टेस्ट सीरीज़ से पहले भी अच्छी तरह भुना लेना चाहते हैं। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट 8 जुलाई को कार्डिफ़ में खेला जाएगा।
हैडिन तीसरी बार इंग्लैंड में हो रही ऐशेज़ सीरीज़ का हिस्सा होंगे और उनका इरादा अपने टेस्ट करियर को हार के साथ ही ख़त्म करने का तो बिल्कुल नहीं है।
ब्रैड हैडिन कहते हैं, 'हम न्यूज़ीलैंड नहीं हैं। हमने वर्ल्ड कप का फ़ाइनल जीता है। हम वैसे ही खेलेंगे, जैसे हम खेलते हैं और जो हमारे खेल के मुताबिक है और अगर आपको वो पसंद है तो पसंद है।'
दरअसल, इससे पहले इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन ने दावा किया था कि ऐशेज़ में इंग्लैंड टीम उसी अंदाज़ में खेलेगी जैसे वह न्यूज़ीलैंड के खिलाफ खेली थी। इत्तिफ़ाकन क़रीब महीने भर पहले ही ख़त्म हुई वो सीरीज़ 1-1 से ड्रॉ रही थी।
वनडे क्रिकेट को पहले से ही अलविदा कह चुके हैडिन लगभग चेतावनी के अंदाज़ में कहते हैं कि उनकी टीम के दो खिलाड़ी (मिचेल स्टार्क और मिचेल जॉनसन) 150 किलोमीटर प्रति घंटा की तेज़ रफ़्तार से गेंद डालते हैं। इन खिलाड़ियों का काम विपक्षी खिलाड़ियों को काबू में करना और ऑस्ट्रेलियाई टीम का दबदबा कायम करना है।
हैडिन को अपनी टीम के वर्ल्ड चैंपियन होने पर गर्व है और इसको वो ऐशेज़ टेस्ट सीरीज़ से पहले भी अच्छी तरह भुना लेना चाहते हैं। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट 8 जुलाई को कार्डिफ़ में खेला जाएगा।
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