आशीष नेहरा ने मैच में अपने चार ओवर के कोटे में 28 रन देकर तीन विकेट हासिल किए...
नई दिल्ली:
नागपुर टी20 में मिली जीत में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने जहां शुरुआती विकेट लेकर इंग्लैंड पर दबाव बनाया, वहीं जसप्रीत बुमराह ने आखिर का करिश्माई ओवर फेंककर इंग्लैंड को निराशा के गर्त में धकेल दिया. मैच के बाद टीम इंडिया के सबसे सीनियर गेंदबाज नेहरा ने बुमराह की जमकर प्रशंसा की. अब सीरीज का आखिरी टी-20 एक फरवरी को बेंगलुरू में खेला जाएगा. बुमराह को बेहतरीन गेंदबाजी करने के लिए मैं ऑफ द मैच से नवाजा गया. इस जीत के साथ ही भारत ने नागपुर के इस मैदान पर हाल का सिलसिला तोड़ दिया और अपनी पहली जीत दर्ज की.
नेहरा ने मैच में अपने चार ओवर के कोटे में 28 रन देकर तीन विकेट हासिल किए, इसमें उनके चौथे और पारी के 19वें ओवर में बने 18 रन भी शामिल थे. नेहरा ने कहा, नेहरा के प्रदर्शन को सलाम, यह पहली बार नहीं है जब उसने टीम इंडिया के लिए ऐसा काम किया है. नेहरा ने बताया कि जसप्रीत ने मुझसे पूछा कि क्या मैं लेंग्थ बॉल फेंक सकता हूं, तो मैंने उससे कहा, तुम्हारे पास अच्छी यॉर्कर है. ऐसे में फुल लेंग्थ की गेंदें करो, यदि यह लो फुलटॉस भी होती है तो भी छक्का पड़ना कठिन है. इस योजना ने काम किया. जब चार ओवर में 32 रन की जरूरत थी तब मैंने जसप्रीत (बुमराह) से कहा था कि हम जीतेंगे. मैन ऑफ द मैच रहे जसप्रीत बुमराह ने कहा, डेथ ओवर्स में गेंदबाजी करना हमेशा बेहद मुश्किल होता है.
उन्होंने कहा, "मैंने पिछले मैचों के उन क्षणों को याद किया जब मैंने ऐसी स्थिति में अच्छा किया था. पहली पारी के दौरान भी हमने देखा था कि विकेट स्लो था. ऐसे में स्लोअर और फुल लेंग्थ की गेंदों को मार पाना मुश्किल था और मैंने इसी तरह की गेंदबाजी की."
बुमराह ने डाला आखिरी करिश्माई ओवर
जसप्रीत बुमराह जब अंतिम यानी 20वां ओवर करने आए तो इंग्लैंड को जीत के लिए आठ रन की जरूरत थी. इंग्लैंड के चार विकेट ही गिरे थे. अपनी यॉर्कर गेंदबाजी के लिए मशहूर बुमराह ने अपेक्षा के प्रदर्शन किया. बुमराह ने आखिरी ओवर में महज दो रन दिए और इंग्लैंड के जो रूट और जोस बटलर के रूप में इंग्लैंड के दो विकेट झटके. इस तरह से भारत 5 रन से मैच जीतने में कामयाब रहा.
नेहरा ने मैच में अपने चार ओवर के कोटे में 28 रन देकर तीन विकेट हासिल किए, इसमें उनके चौथे और पारी के 19वें ओवर में बने 18 रन भी शामिल थे. नेहरा ने कहा, नेहरा के प्रदर्शन को सलाम, यह पहली बार नहीं है जब उसने टीम इंडिया के लिए ऐसा काम किया है. नेहरा ने बताया कि जसप्रीत ने मुझसे पूछा कि क्या मैं लेंग्थ बॉल फेंक सकता हूं, तो मैंने उससे कहा, तुम्हारे पास अच्छी यॉर्कर है. ऐसे में फुल लेंग्थ की गेंदें करो, यदि यह लो फुलटॉस भी होती है तो भी छक्का पड़ना कठिन है. इस योजना ने काम किया. जब चार ओवर में 32 रन की जरूरत थी तब मैंने जसप्रीत (बुमराह) से कहा था कि हम जीतेंगे. मैन ऑफ द मैच रहे जसप्रीत बुमराह ने कहा, डेथ ओवर्स में गेंदबाजी करना हमेशा बेहद मुश्किल होता है.
उन्होंने कहा, "मैंने पिछले मैचों के उन क्षणों को याद किया जब मैंने ऐसी स्थिति में अच्छा किया था. पहली पारी के दौरान भी हमने देखा था कि विकेट स्लो था. ऐसे में स्लोअर और फुल लेंग्थ की गेंदों को मार पाना मुश्किल था और मैंने इसी तरह की गेंदबाजी की."
बुमराह ने डाला आखिरी करिश्माई ओवर
जसप्रीत बुमराह जब अंतिम यानी 20वां ओवर करने आए तो इंग्लैंड को जीत के लिए आठ रन की जरूरत थी. इंग्लैंड के चार विकेट ही गिरे थे. अपनी यॉर्कर गेंदबाजी के लिए मशहूर बुमराह ने अपेक्षा के प्रदर्शन किया. बुमराह ने आखिरी ओवर में महज दो रन दिए और इंग्लैंड के जो रूट और जोस बटलर के रूप में इंग्लैंड के दो विकेट झटके. इस तरह से भारत 5 रन से मैच जीतने में कामयाब रहा.
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