बेंगलुरु:
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सोमवार को कहा कि उन्होंने एक दिवसीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से काफी कुछ सीखा है।
धोनी ने कहा कि क्रिकेट में सचिन के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। सचिन ने 23 साल के करियर के बाद रविवार को एकदिवसीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।
धोनी ने कहा, मैंने जब भी मौका मिला, सचिन से एकदिवसीय क्रिकेट में बल्लेबाजी करने की कला सीखी। मेरे लिहाज से उनका योगदान असीम है और उनके द्वारा खाली की गई जगह को भरना बहुत मुश्किल है।
कप्तान ने स्वीकार किया कि भारतीय टीम को निश्चित तौर पर सचिन की कमी खलेगी। धोनी ने कहा, सचिन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत रहे हैं और ऐसे खिलाड़ी का स्थानापन्न खोजना बहुत मुश्किल काम है।
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने सचिन को एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास न लेने को नहीं कहा, धोनी ने कहा, यह सचिन का अपना फैसला है और यही कारण है कि हमने इस संबंध में कोई पहल नहीं की। हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं।
धोनी ने कहा कि क्रिकेट में सचिन के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। सचिन ने 23 साल के करियर के बाद रविवार को एकदिवसीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।
धोनी ने कहा, मैंने जब भी मौका मिला, सचिन से एकदिवसीय क्रिकेट में बल्लेबाजी करने की कला सीखी। मेरे लिहाज से उनका योगदान असीम है और उनके द्वारा खाली की गई जगह को भरना बहुत मुश्किल है।
कप्तान ने स्वीकार किया कि भारतीय टीम को निश्चित तौर पर सचिन की कमी खलेगी। धोनी ने कहा, सचिन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत रहे हैं और ऐसे खिलाड़ी का स्थानापन्न खोजना बहुत मुश्किल काम है।
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने सचिन को एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास न लेने को नहीं कहा, धोनी ने कहा, यह सचिन का अपना फैसला है और यही कारण है कि हमने इस संबंध में कोई पहल नहीं की। हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं।
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