लंदन:
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान एबी डिविलियर्स ने इंग्लैंड के हाथों चैम्पियन्स ट्रॉफी सेमीफाइनल में करारी हार के लिए कोई बहाना नहीं बनाया और टूर्नामेंट से बाहर होने के लिए खराब प्रदर्शन को दोषी ठहराया।
दक्षिण अफ्रीका की टीम एक बार फिर आईसीसी प्रतियोगिता में सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाई और उस पर लगा चोकर का ठप्पा भी नहीं धुल पाया। शीर्ष और मध्य क्रम के विफल होने के बाद टीम कल 175 रन ही बना पाई और इस लक्ष्य को इंग्लैंड ने 12.3 ओवर शेष रहते तीन विकेट गंवाकर हासिल कर लिया।
डिविलियर्स ने कहा कि उनके गेंदबाजों ने कड़ी मेहनत की, लेकिन अधिक कुछ नहीं कर पाए, क्योंकि खेल आगे बढ़ने के साथ संभवत: विकेट बल्लेबाजी के लिए आसान हो गया था।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ने सेमीफाइनल में सात विकेट की शिकस्त के बाद कहा, हमने नई गेंद से हर संभव प्रयास किया, लेकिन दोपहर बाद विकेट काफी सपाट लग रहा था। इसके लिए कोई बहाना नहीं है। हमारे पास इस टूर्नामेंट को जीतने के लिए प्रतिभा मौजूद थी। हम बस अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। डिविलियर्स ने कहा कि वह इस अहम मैच से पहले चयन को लेकर दुविधा में थे और उनका मानना है कि बल्लेबाजी क्रम में अल्वीरो पीटरसन की मौजूदगी कुछ अंतर पैदा कर सकती थी।
उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिए सबसे मुश्किल टीम चयन में से एक था। अल्वीरो ने टीम के लिए काफी अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन हम हाशिम और कोलिन की सलामी जोड़ी के साथ बरकरार रहे। मुझे विशेष रूप से डेविड मिलर और रोरी क्लेनवेल्ट पर गर्व है, वे अंत तक संघर्ष करते रहे और मैंने अपने खिलाड़ियों से यही उम्मीद की थी।’’
दक्षिण अफ्रीका की टीम एक बार फिर आईसीसी प्रतियोगिता में सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाई और उस पर लगा चोकर का ठप्पा भी नहीं धुल पाया। शीर्ष और मध्य क्रम के विफल होने के बाद टीम कल 175 रन ही बना पाई और इस लक्ष्य को इंग्लैंड ने 12.3 ओवर शेष रहते तीन विकेट गंवाकर हासिल कर लिया।
डिविलियर्स ने कहा कि उनके गेंदबाजों ने कड़ी मेहनत की, लेकिन अधिक कुछ नहीं कर पाए, क्योंकि खेल आगे बढ़ने के साथ संभवत: विकेट बल्लेबाजी के लिए आसान हो गया था।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ने सेमीफाइनल में सात विकेट की शिकस्त के बाद कहा, हमने नई गेंद से हर संभव प्रयास किया, लेकिन दोपहर बाद विकेट काफी सपाट लग रहा था। इसके लिए कोई बहाना नहीं है। हमारे पास इस टूर्नामेंट को जीतने के लिए प्रतिभा मौजूद थी। हम बस अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। डिविलियर्स ने कहा कि वह इस अहम मैच से पहले चयन को लेकर दुविधा में थे और उनका मानना है कि बल्लेबाजी क्रम में अल्वीरो पीटरसन की मौजूदगी कुछ अंतर पैदा कर सकती थी।
उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिए सबसे मुश्किल टीम चयन में से एक था। अल्वीरो ने टीम के लिए काफी अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन हम हाशिम और कोलिन की सलामी जोड़ी के साथ बरकरार रहे। मुझे विशेष रूप से डेविड मिलर और रोरी क्लेनवेल्ट पर गर्व है, वे अंत तक संघर्ष करते रहे और मैंने अपने खिलाड़ियों से यही उम्मीद की थी।’’
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