वाशिंगटन सुंदर ने टूर्नामेंट में अपनी गेंदबाजी से हर किसी को प्रभावित किया है (फाइल फोटो)
कोलंबो:
निधास ट्रॉफी त्रिकोणीय टी20 सीरीज में ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर टीम इंडिया के लिए सितारा बनकर उभरे हैं. बांग्लादेश के खिलाफ मैच में कल वाशिंगटन सुंदर ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट हासिल किए. उनके इस प्रदर्शन की बदौलत टीम इंडिया ने 17 रन से जीत हासिल करते हुए टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया. सुंदर ने इस दौरान पावर प्ले में गेंदबाजी की और विपक्षी बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया. मैच के बाद सुंदर ने कहा कि वह खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उनके पास मैच के इस महत्वपूर्ण दौर में गेंदबाजी करने का हुनर है. इस 18 वर्षीय गेंदबाज ने अब तक टूर्नामेंट में सात विकेट दर्ज हासिल किए हैं और उन्हें मैन ऑफ द सीरीज का दावेदार माना जा रहा है. इसके अलावा उनका इकोनोमी रेट 5.87 प्रति ओवर है. हैरानी की बात यह है कि सुंदर ने टूर्नामेंट के चार मैचों के अपने 16 में से 11 ओवर पावरप्ले में किए. सुंदर ने स्वीकार किया कि पावरप्ले में गेंदबाजी करना चुनौती होती है कि लेकिन सफलता का सूत्र इन चुनौतियों का सामना करना और उनसे पार पाना ही है. उन्होंने कहा, ‘यह निश्चित तौर पर चुनौतीपूर्ण है लेकिन आप इसके लिए ही क्रिकेट खेलते हो. जब आपको अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलता है तो आपको इन चुनौतियों का सामना करना होता है. जब आप इन चुनौतियों से पार पाते हो तो बहुत संतुष्टि मिलती है.’
वीडियो: गावस्कर ने इस अंदाज में की विराट कोहली की प्रशंसा
बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टीम की जीत के बाद सुंदर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैं स्वीकार करता हूं कि मैं भाग्यशाली हूं जो मुझे यह हुनर मिला ह. यह बल्लेबाज का दिमाग पढ़ने से जुड़ा है विशेषकर पावरप्ले में क्योंकि प्रत्येक छह गेंदों पर बल्लेबाज आपके खिलाफ लंबा शॉट लगाना चाहेगा. इसलिए दिमाग पढ़ना महत्वपूर्ण होता है.’उन्होंने कहा, ‘मैं भी किसी हद तक एक बल्लेबाज हूं और यह अनुमान लगा सकता हूं कि वह क्या सोच रहा है और वह मेरी गेंद को कहां हिट कर सकता है.’पावरप्ले में सफलता के सूत्र के बारे में सुंदर ने कहा, ‘मैंने स्वदेश में काफी लीग मैच खेले हैं. दो साल पहले मैं एक टूर्नामेंट में खेला था. मैं दो ओवर पावरप्ले और दो डेथ ओवरों में करता था जो कि मुश्किल था. इन चीजों से मुझे बेहतर क्रिकेटर बनने में मदद मिली.’(इनपुट: एजेंसी)
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बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टीम की जीत के बाद सुंदर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैं स्वीकार करता हूं कि मैं भाग्यशाली हूं जो मुझे यह हुनर मिला ह. यह बल्लेबाज का दिमाग पढ़ने से जुड़ा है विशेषकर पावरप्ले में क्योंकि प्रत्येक छह गेंदों पर बल्लेबाज आपके खिलाफ लंबा शॉट लगाना चाहेगा. इसलिए दिमाग पढ़ना महत्वपूर्ण होता है.’उन्होंने कहा, ‘मैं भी किसी हद तक एक बल्लेबाज हूं और यह अनुमान लगा सकता हूं कि वह क्या सोच रहा है और वह मेरी गेंद को कहां हिट कर सकता है.’पावरप्ले में सफलता के सूत्र के बारे में सुंदर ने कहा, ‘मैंने स्वदेश में काफी लीग मैच खेले हैं. दो साल पहले मैं एक टूर्नामेंट में खेला था. मैं दो ओवर पावरप्ले और दो डेथ ओवरों में करता था जो कि मुश्किल था. इन चीजों से मुझे बेहतर क्रिकेटर बनने में मदद मिली.’(इनपुट: एजेंसी)
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