भारतीयों के लिहाज से क्रिकेट वर्ल्डकप की सबसे रोचक जानकारी यह है कि चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान कभी भी इस टूर्नामेंट में भारत को नहीं हरा पाया है। दोनों टीमें कुल पांच बार एक-दूसरे से इस वर्ल्डकप में भिड़ी हैं, और पांचों बार पाकिस्तान ने मुंह की खाई है। भारत और पाकिस्तान वर्ल्डकप के पहले चार संस्करणों (1987, 1983, 1979, 1975) के अलावा वर्ष 2007 के संस्करण में एक-दूसरे से नहीं टकराए, लेकिन शेष पांचों संस्करणों (2011, 2003, 1999, 1996, 1992) में भारत ने पाक को पटखनी दी।
वर्ष 2011 में खेले गए आईसीसी वर्ल्डकप के सेमीफाइनल में भारत और पाकिस्तान भिड़े थे, जिसमें भारत ने पाक को 29 रन से परास्त किया था।
इस मैच में भारत की ओर से 'मैन ऑफ द मैच' सचिन तेंदुलकर ने 115 गेंदों में 85 रन बनाए थे, जबकि वीरेंद्र सहवाग ने 25 गेंदों का सामना कर 38 रनों का योगदान दिया, और सुरेश रैना 39 गेंदों का सामना कर 36* रन पर नाबाद रहे। भारत ने कुल नौ विकेट के नुकसान पर 260 रन बनाए। पाकिस्तान की ओर से वहाब रियाज़ ने 46 रन देकर पांच विकेट झटके।
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जवाब में पाकिस्तानी टीम भारतीय मिश्रित आक्रमण को झेल नहीं पाई, और 49.5 ओवर में 231 पर ऑल आउट हो गई। पाकिस्तानी पारी में मिस्बाह-उल-हक ने 56, मोहम्मद हफीज़ ने 43, और असद शफीक ने 30 रन बनाए, जबकि भारत की ओर से ज़हीर खान, आशीष नेहरा, मुनाफ पटेल, हरभजन सिंह और युवराज सिंह ने दो-दो विकेट हासिल किए।
इससे पहले वर्ष 2003 में खेले गए आईसीसी वर्ल्डकप के लीग दौर में चिर-प्रतिद्वंद्वी भारत-पाकिस्तान एक-दूसरे से मुकाबिल हुए थे, जिसमें पाकिस्तान को छह विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा था।
इस मैच में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सईद अनवर (101) के शतक की मदद से निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट खोकर 273 रन बनाए थे। भारत की ओर से ज़हीर खान और आशीष नेहरा ने दो-दो विकेट चटकाए, जबकि जवागल श्रीनाथ और दिनेश मोंगिया को एक-एक विकेट मिला था।
जवाब में भारतीय टीम ने 'मैन ऑफ द मैच' सचिन तेंदुलकर के शानदार 98 रनों, युवराज सिंह के नाबाद अर्द्धशतक की मदद से कुल चार विकेट खोकर 276 रन बना लिए। पाकिस्तान की तरफ से वकार यूनुस ने दो, तथा शोएब अख्तर और शाहिद आफरीदी ने एक-एक विकेट हासिल किया।
इससे पहले दोनों टीमें वर्ष 1999 में आयोजित वर्ल्डकप के दौरान सुपर सिक्स दौर में एक-दूसरे के सामने आई थीं, जिसमें 'मैन ऑफ द मैच' रहे वेंकटेश प्रसाद की घातक गेंदबाजी की मदद से भारत ने 47 रन से पाक को हराया था।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए राहुल द्रविड़ के 61 और मोहम्मद अज़हरुद्दीन के 59 रनों के अलावा सचिन तेंदुलकर के 45 रनों की मदद से छह विकेट के नुकसान पर 227 रन का स्कोर खड़ा किया। पाकिस्तान की ओर से वसीम अकरम और अज़हर महमूद ने दो-दो तथा शोएब अख्तर और अब्दुल रज़्ज़ाक ने एक-एक विकेट चटकाया।
जवाब में पाकिस्तान की ओर से इंज़माम-उल-हक टॉप स्कोरर रहे, जो सिर्फ 41 रन बना पाए। इस पारी में वेंकटेश प्रसाद ने कुल 27 रन देकर पांच विकेट लिए, जबकि जवागल श्रीनाथ ने तीन और अनिल कुंबले ने दो विकेट चटकाए। पाकिस्तान 45.3 ओवर में कुल 180 रन के कुल योग पर ऑल आउट हो गया।
वर्ष 1996 में खेले गए आईसीसी वर्ल्डकप के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 39 रनों से शिकस्त दी थी।
भारत ने 'मैन ऑफ द मैच रहे' सलामी बल्लेबाज नवजोत सिंह सिद्धू के 93 रनों की मदद से आठ विकेट खोकर 287 रन बनाए थे। पाकिस्तान की तरफ से वकार यूनुस और मुश्ताक अहमद ने दो-दो, तथा अकीब जावेद, अता-उर-रहमान और आमिर सोहैल ने एक-एक विकेट हासिल किया।
जवाब में पाकिस्तान के टॉ़प स्कोरर रहे आमिर सोहैल, जिन्होंने 55 रन बनाए। उनके अलावा सईद अनवर ने 48, तथा जावेद मियांदाद व सलीम मलिक ने 38-38 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर से वेंकटेश प्रसाद और अनिल कुंबले ने तीन-तीन और जवागल श्रीनाथ व वेंकटपति राजू ने एक-एक विकेट लिया, जिसके कारण पाकिस्तान नौ विकेट खोकर कुल 248 रन बना पाया।
भारत और पाकिस्तान वर्ल्डकप के इतिहास में पहली बार वर्ष 1992 में भिड़े थे, जब टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में आयोजित किया गया था। लीग स्तर पर खेले गए इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को 43 रनों से हराया था।
भारत की ओर से 'मैन ऑफ द मैच' सचिन तेंदुलकर ने 54 रन बनाए, जबकि अजय जडेजा ने 46 और कपिल देव ने 35 रनों का योगदान दिया। भारत ने सात विकेट खोकर कुल 216 रन बनाए थे। पाकिस्तान की ओर से इस पारी में मुश्ताक अहमद ने तीन, अकीब जावेद ने दो और वसीम हैदर ने एक विकेट लिया।
जवाब में भारतीय गेंदबाजों ने कपिल के नेतृत्व में शानदार गेंदबाजी की, और कपिल, मनोज प्रभाकर और जवागल श्रीनाथ ने दो-दो विकेट लिया, जबकि एक-एक पाकिस्तानी खिलाड़ी को सचिन तेंदुलकर और वेंकटपति राजू ने पैवेलियन लौटाया। पाकिस्तान की तरफ से आमिर सोहैल ने सर्वाधिक 62 रनों का योगदान दिया, और जावेद मियांदाद ने 40 रन बनाए, लेकिन ये बहादुरी किसी काम नहीं आई, और समूची पाक टीम 48.1 ओवर में 173 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।