टीम इंडिया की टेस्ट में 8 उपलब्धियां, 2016 : विराट कोहली के अनूठे प्रदर्शन के साथ टीम के टेस्ट में नंबर वन बनने तक...

टीम इंडिया की टेस्ट में 8 उपलब्धियां, 2016 : विराट कोहली के अनूठे प्रदर्शन के साथ टीम के टेस्ट में नंबर वन बनने तक...

विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया ने लगातार 5 सीरीज जीती हैं (फाइल फोटो)

खास बातें

  • टीम इंडिया ने इस साल दक्षिण अफ्रीका-इंग्लैंड जैसी टीमों को हराया है
  • वेस्टइंडीज को टीम इंडिया ने उसके घर में ही 2-0 से हरा दिया
  • विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया पिछले 18 टेस्ट से अजेय है
नई दिल्ली:

एक के बाद एक कई रिकॉर्ड अपने नाम करते जा रहे टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया ने भी टेस्ट क्रिकेट में कई उपलब्धियां हासिल की हैं. टीम इंडिया ने पाकिस्तान को पछाड़ते हुए टेस्ट क्रिकेट में नंबर वन रहते हुए साल का समापन किया, वहीं विराट बल्लेबाजों के बीच रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ के बाद टेस्ट में दूसरे नंबर पर हैं, जबकि पूरे साल सभी फॉर्मेट को मिलाकर वह रन बनाने के मामले में नंबर वन रहे. दूसरी ओर अश्विन ऑलराउंडर के रूप में सालभर छाए रहे. छोटे फॉर्मेट में भी एमएस धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल तक पहुंची, लेकिन दूसरी बार खिताब से वंचित रह गई. हां उसने एशिया कप जरूर जीता, जो इस साल टी-20 फॉर्मेट में खेला गया था. हम आपको साल 2016 में टीम इंडिया की इन्हीं उलब्धियों से परिचित कराने जा रहे हैं...

इस साल नंबर वन टेस्ट टीम बनी इंडिया
टीम इंडिया ने सालभर शानदार खेल दिखाने के बाद टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन स्थान हासिल किया. उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ कोलकाता टेस्ट जीतकर पाकिस्तान को पछाड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की थी और वर्तमान में वह 35 मैचों में 4208 पॉइंट और 120 रेटिंग के साथ टॉप पर है. इस सूची में भारत के बाद ऑस्ट्रेलिया (105 रेटिंग) और पाकिस्तान (102 रेटिंग) हैं.

42 साल बाद टेस्ट बॉलिंग रैंकिंग में टॉप पर दो भारतीय
साल 2016 में टीम इंडिया के लिए एक और सुनहरा अवसर तब आया, जब रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने ICC के टेस्ट गेंदबाजों की रैंकिंग में पहले और दूसरे नंबर पर जगह बना ली. यह खास मौका है, क्योंकि ऐसा 42 साल के लंबे इंतजार के बाद हुआ है. इससे पहले 1974 में टीम इंडिया के बिशन सिंह बेदी और भगवत चंद्रशेखर टेस्ट रैंकिंग में पहले और दूसरे नंबर पर आए थे. यह दोनों भी स्पिनर थे.

अश्विन को द्रविड़ के 12 साल बाद दो आईसीसी अवॉर्ड
टीम इंडिया की 'द वॉल' रहे राहुल द्रविड़ को 2004 में आईसीसी ने बेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर और टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर, दोनों से सम्मानित किया था. अब 12 साल बाद रविचंद्रन अश्विन को यह दोनों ही खिताब मिले हैं.  अश्विन ने इस साल तीनों फॉर्मेट में कुल 97 विकेट लिए हैं, जबकि टेस्ट मैचों में 72 विकेट अपने नाम किए हैं. उनसे पहले अनिल कुंबले ने 1996 में कुल 90 विकेट झटके थे, वहीं कपिल देव ने 1983 में कुल 100 विकेट चटकाए थे.

कोहली बने इस साल के टॉप स्कोरर, जो रूट को पीछे छोड़ा
विराट कोहली इस साल तीनों फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. कोहली ने इस साल 2595 रन बनाए हैं. उन्होंने कुल 37 मैच खेले हैं, जिनमें 7 शतक और 13 फिफ्टी लगाई हैं. उनका बेस्ट 235 रन रहा. कोहली के बाद दूसरे नंबर पर इंग्लैंड के जो रूट हैं, जिन्होंने 41 मैच खेलकर 2570 रन बनाए हैं. हालांकि विराट टेस्ट मैचों के टॉप स्कोररों के बीच चौथे नंबर पर हैं.

टीम इंडिया ने इतिहास में दूसरी बार जीती लगातार 5 सीरीज
टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 4-0 से हराने के साथ ही इतिहास में दूसरी बार लगातार 5 सीरीज जीत दर्ज कर ली. उसने इससे पहले पिछली सीरीजों में श्रीलंका (2-0), दक्षिण अफ्रीका (3-0), वेस्टइंडीज (2-0) और न्यूजीलैंड (3-0) को हराया है. लगातार पांच सीरीज की बात करें, तो इससे पहले टीम इंडिया ने अक्टूबर, 2008 से जनवरी 2009 के बीच अनिल कुंबले, वीरेंद्र सहवाग और एमएस धोनी की कप्तानी में लगातार 5 टेस्ट सीरीज जीती थीं.

23 साल बाद इंग्लैंड पर सबसे बड़ी जीत, 18 टेस्ट से अजेय
टीम इंडिया ने इंग्लैंड को टेस्ट सीरीज में 4-0 से हराकर 23 साल बाद सबसे बड़ी जीत हासिल की. इस सीरीज में एक मैच ड्रॉ रहा. इससे पहले 1992-93 में मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 3-0 से हराया था. विराट की कप्तानी में टीम इंडिया पिछले 18 टेस्ट से कोई मैच नहीं हारी है. इस मामले में विराट ने कपिल देव के 17 टेस्ट के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है, जबकि सुनील गावस्कर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है.

12 साल बाद टीम इंडिया को मिला ट्रिपल सेंचुरियन
करुण नायर ने अपने तीसरे ही टेस्ट में ट्रिपल सेंचुरी लगाकर सनसनी फैला दी. गौरतलब है कि नायर ने चेन्नई टेस्ट में यह कारनामा (303* रन) किया था. सहवाग के बाद ट्रिपल सेन्चुरी लगाने वाले वह महज दूसरे भारतीय हैं. सहवाग ने 12 साल पहले यह कमाल किया था.

22 टेस्ट की तुलना में धोनी से आगे विराट
लग रहा है कि विराट कोहली के रूप में टीम इंडिया को सबसे सफल कप्तान मिलने जा रहा है. यदि पहले 22 टेस्ट मैचों में विराट कोहली और एमएस धोनी की कप्तानी की तुलना करें, तो धोनी ने 13 जीत दर्ज की थीं, जबकि कोहली के नाम 14 जीत हो गई हैं. ओवरऑल लिस्ट में कोहली तीसरे नंबर पर हैं और उन्होंने मोहम्मद अजहरुद्दीन की बराबरी कर ली है. अजहर की कप्तानी में टीम इंडिया ने 47 टेस्ट में से 14 जीते थे. ऐसे में जीत प्रतिशत में तो कोहली उनसे आगे अभी ही निकल गए हैं. इस लिस्ट में धोनी 27 जीत के साथ नंबर वन पर हैं, जबकि सौरव गांगुली 21 जीत के साथ नंबर दो पर हैं.


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